हवेली खड़गपुर. 1951 में स्थापित खड़गपुर के सूर्य मंदिर का अपना ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व रहा है. प्राचीनकाल से लेकर अबतक खड़गपुर के कई ऐसे अवशेष और धार्मिक धरोहर हैं, जिसने खड़गपुर की प्रतिष्ठा को शिखर पर पहुंचाया है. उनमें से सूर्य मंदिर भी शामिल है. इस मंदिर की स्थापना पंडित देवदत्त शर्मा द्वारा की गयी थी. सूर्योपासना के महापर्व छठ के मौके पर सूर्य मंदिर का महत्व बढ़ जाता है. खड़गपुर बाजार क्षेत्र से दो किलोमीटर उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर स्थित सूर्य मंदिर श्रद्धालुओं के धार्मिक आस्था का केंद्र है. जहां केवल छठ पूजा के दौरान ही भारी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए आते हैं. वैसे अन्य दिनों में इस मंदिर की ओर श्रद्धालुओं की आस्था उतनी नहीं दिखती. यहां अर्घ देने के बाद लोग आराधना करते हैं. मंदिर के पुजारी पंडित पुरुषोत्तम शास्त्री बताते हैं कि हमलोगों का परिवार नालंदा जिले के जगतपुर से 1935 में खड़गपुर आये थे. हमारे परिवार के कुल देवता के रूप में भगवान सूर्य की प्रतिमा की पूजा की जाती है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

