मुंगेर / बरियारपुर. बरियारपुर-मुंगेर एनएच-80 पर बुधवार को चार घंटे तक यातायात बाधित रहा, जब सदर प्रखंड के रहिया गांव के बाढ़ पीड़ितों ने बाढ़ सहायता राशि, पॉलीथीन और अन्य मांगों को लेकर सड़क जाम कर दिया. इस वजह से सड़क के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी कतारें लग गयी, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी हुई. राकेश कुमार, भोला मंडल, राजीव कुमार सहित कई बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि इस साल आई बाढ़ से प्रभावित उनके गांव के साथ प्रशासन ने अनदेखी की है. उनके अनुसार, रहिया गांव के 700 बाढ़ पीड़ित परिवारों में से सिर्फ 50 परिवारों को ही राहत राशि व पॉलीथीन दी गयी है. पीड़ितों ने यह भी शिकायत की कि गांव तक आने-जाने के लिए कोई सरकारी नाव की व्यवस्था नहीं है, जिससे लोगों को मुख्य मार्ग तक पहुंचने के लिए ₹20 खर्च कर निजी नाव का सहारा लेना पड़ रहा है. इसके अलावा, निर्माणाधीन सड़क के लिए गांव के पास से गंगा की बालू काट ली गयी है, जिससे बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं. इन गड्ढों के कारण बाढ़ का पानी तेजी से गांवों की ओर कटाव कर रहा है, जिससे कई एकड़ जमीन बह गयी है. गांव के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है. जाम की खबर मिलते ही बरियारपुर पुलिस और सदर प्रखंड के प्रभारी आरओ प्रभात कुमार मौके पर पहुंचे. उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को आश्वासन दिया कि अगले दिन अंचल से एक टीम रहिया गांव का दौरा करेगी. उनकी समस्याओं को हल करने के लिए एक सूची बनाएगी. इस आश्वासन के बाद, प्रदर्शनकारियों ने जाम हटा दिया और यातायात फिर से बहाल हो सका.
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