ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन ओपन लाइन ब्रांच ने किया प्रदर्शन
जमालपुर. ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन और ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन के आह्वान पर सोमवार को ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन ओपन लाइन ब्रांच जमालपुर ने मल्टी डिसीप्लिनरी कमेटी की सिफारिश के विरोध में प्रोटेस्ट-डे मनाया. जहां रेलकर्मियों ने बैठक व प्रदर्शन किया. अध्यक्षता शाखा अध्यक्ष बृज गोपाल ने की. मुख्य अतिथि केंद्रीय संगठन सचिव सत्यजीत कुमार थे. जबकि नेतृत्व शाखा सचिव शिवदयाल मंडल ने किया.शाखा सचिव ने बताया कि प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य सरकार द्वारा एंटी रनिंग स्टाफ पॉलिसी लाना है. जिसका विरोध पूरे देश में ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन द्वारा किया जा रहा है. रेलवे बोर्ड ने कर्मचारियों के फेडरेशन से बिना वार्ता किये ही एक आदेश पारित कर दिया. जिसमें 130 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से ऊपर चलने वाली ट्रेन को ही हाई स्पीड ट्रेन माना. जबकि यूनियन की मांग है कि 110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली गाड़ी को भी हाई स्पीड ट्रेन माना जाए. सभी हाई स्पीड ट्रेन में चलने वाले चालकों एवं गार्ड को हाई स्पीड की सभी प्रकार की सुविधा प्रदान की जाए. एमू एवं मेमू ट्रेन में भी सहायक लोको पायलट की ड्यूटी लगायी जाए. सभी लोको केविन से सीभीभीआरएस कैमरा हटाया जाए. टूल बॉक्स के साथ कुहासा सुरक्षित डिवाइस एवं डेटोनेटर मुहैया कराया जाए. लोको पायलट के सभी खाली पड़े पदों को भरा जाए. साप्ताहिक विश्राम 46 घंटा तक दिया जाए. हैंडिकैप्ड क्षेत्र का कम से कम 120 किलोमीटर के प्रत्येक ट्रिप पर रिव्यू कराया जाए. महंगाई भत्ता का 50% से अधिक हो जाने के कारण रनिंग अलाउंस को बढ़ाया जाए. भोजन एवं नेचुरल कॉल के लिए मानवता एवं सुरक्षा की दृष्टि से ब्रेक दिया जाये. रनिंग कर्मचारियों को रेल के कार्य के समय में ही सुरक्षा बैठक कराया जाए. रनिंग कर्मचारियों को हेड क्वार्टर बाईपास नहीं कराया जाए. रनिंग रूम सड़क के आसपास बनाया जाए. रनिंग रूम में अच्छी तरह के खान-पान एवं रहने की सुविधा मुहैया कराई जाए. लॉबी में सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराई जाए. छोटा एसपीएडी केस में कठोर दंड देना बंद किया जाए. 72 घंटे के अंदर हेड क्वार्टर लौटने की व्यवस्था की जाए. दुर्घटना रहित सेवा का इनाम दिया जाए. रनिंग स्टाफ को आयकर में छूट दिया जाए. भोजन एवं नेचुरल कॉल के लिए मानवता एवं सुरक्षा की दृष्टि से समय ब्रेक दिया जाये. सभी रनिंग कर्मचारियों को समय पर एमएसीपी का लाभ दिया जाये. चालाक बनने के बाद चार पदोन्नति का लाभ दिया जाए. आसान प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की व्यवस्था की जाए. मौके पर केडी यादव, रंजन कुमार सिंह, राजेश कुमार, सुबोध कुमार रंजन, नवल किशोर भारती, चंदन कुमार, सुबोध कुमार, प्रहलाद कुमार, शिव शंकर कुमार आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है