मुंगेर. अनियमितता के आरोपित हवेली खड़गपुर प्रखंड के दो मुखिया कभी भी पदच्युत हो सकते हैं. क्योंकि जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए हवेली खड़गपुर प्रखंड के बढौना पंचायत के मुखिया विभाष कुमार निराला और अग्रहण पंचायत की मुखिया जयाकिशोरी देवी को मुखिया पद से पदच्युत करने के लिए आयुक्त मुंगेर प्रमंडल को प्रस्ताव भेजा है. डीएम की इस कार्रवाई के बाद अनियमितता और गबन मामले को झेल रहे मुखिया के बीच हड़कंप मच गया है. कई मुखिया टारगेट में है.
गबन का आरोपित है मुखिया विभाष कुमार निराला
जिलाधिकारी ने हवेली खड़गपुर प्रखंड के बढौना पंचायत के मुखिया विभाष कुमार निराला को मुखिया पद से पदच्युत करने के लिए जो प्रस्ताव आयुक्त मुंगेर प्रमंडल, मुंगेर को भेजा है. उसमें आरोपों की सूची भी संलग्न की गयी है. मुखिया पर आरोप है कि बढौना पंचायत के वार्ड संख्या-12, योजना संख्या 5 /2023-24 में पासवान टोला में सामुदायिक भवन का जीर्णोद्धार कार्य किया में धांधली बरती गयी. क्योंकि जांच दल ने योजना के अभिलेख में विपत्र, मास्टर रोल, कार्यादेश त्रुटि पूर्ण पाया था. जबकि योजना संख्या 7/2020-21 के तहत मंंडल टोला में सामुदायिक भवन की मरम्मती की गयी थी. इसमें जांच दल ने गुणवत्ता में कमी पायी थी. जबकि वार्ड संख्या -9, योजना संख्या 03/2022-23 और इसी वार्ड में आंगनबाडी केंद्र संख्या 2511 का मरम्मत कार्य किया गया था. इसकी प्राक्कलित राशि 337700 रुपये थी, जबकि व्यय की गयी राशि 371532 रुपये थी. जांच दल ने उल्लेखित किया कि इस योजना की प्रशासनिक स्वीकृति 13.6.2022 को दी गयी और मास्टर रोल वर्ष 2021 के अगस्त माह से अक्टूबर 2021 का संलग्न किया गया था. जो विभागीय नियमावली के विपरित, अनुचित एवं गलत मंशा को दिखाता है. इस योजना में गलत ढंग से मास्टर रोल की कुल राशि 128680 रुपये एवं गलत तिथि अंकित अभिश्रव की राशि 8618298 रुपये तथा 5648382 रुपये अर्थात कुल 271546 रुपये वसूली योग्य पाया गया, जो आपराधिक षडयंत्र की श्रेणी में आता है. इसके अलावे कई योजनाओं में भी गबन व अनियमितता को रेखाकिंत किया गया है. इसे लेकर शामपुर थाना में मुखिया व पंचायत सचिव के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गयी है.
मुखिया जयाकिशोरी पर भी दर्ज है शामपुर थाने में प्राथमिकी
हवेली प्रखंड के अग्रहण पंचायत की मुखिया जयाकिशोरी देवी को भी पद से पदच्युत करने के लिए जो प्रस्ताव भेजा गया है, उसमें अनियमतता, आपसी मिली भगत से राशि के गबन, निष्फल व्यय, योजनाओं में राशि का विचलन किये जाने का आरोप है. उन पर पंचायत के वार्ड संख्या -4 में योजना संख्या 09/2022-23 योजना का नाम सामुदायिक भवन मरम्मती में अनियिमतता बरते जाने का मामला मिला है. जांच प्रतिवेदन में कहा गया है कि योजना भवन में आंशिक पुट्टी के साथ सामान्य पेंट किया गया है. जबकि वर्ष 2014 में पूर्ण रूप से निर्मित भवन के मापी पुस्त में रूफ स्लैब में आरसीसी कार्य दिखाया गया है. जो संदिग्ध है. इसमें राशि का निष्फल व्यय किया गया है. जबकि पंचायत के 3542 घरों में डस्टबिन के वितरण में भी अनियमितता सामने आयी है. जांच दल द्वारा गुणवत्ताहीन डस्टबिन का बाजार भाव 60 रुपये प्रति जोड़ा आंकलित किया गया. 3542 घरों जो डस्टबिन वितरित किया गया. इसकी कीमत 212520 लाख रुपये पाई गयी. इस प्रकार 424862 रुपये का निष्फल व्यय किया गया. डस्टबीन वितरण पंजी व भंडार पंजी भी संधारित नहीं पाया गया. इसके अलावे पंचायत भवन संचालन के लिए फर्नीचर, मशीनरी, उपकरण, कंम्यूटर खरीद में भी धांधली बरतने सहित कई अन्य योजनाओं में भी धांधली सामने आयी है.
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