सुपौल जिलाधिकारी सावन कुमार ने गुरुवार को नवनिर्मित शिक्षा भवन का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने भवन परिसर की साफ-सफाई, सुरक्षा एवं सौंदर्यीकरण से जुड़े कई महत्वपूर्ण बिंदुओं की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी संग्राम सिंह को निर्देश दिया कि शिक्षा भवन के पूरे परिसर के चारों तरफ पेवर ब्लॉक बिछाने तथा दीवार के दाहिने हिस्से में चहारदीवारी (बाउंड्री वॉल) निर्माण का प्राक्कलन (एस्टिमेट) तैयार कर विभाग को उपलब्ध कराया जाए. डीएम ने कहा कि भवन परिसर के चारों ओर सुदृढ़ और व्यवस्थित ढांचा सुनिश्चित करना आवश्यक है, जिससे भविष्य में किसी तरह की असुविधा न हो. ड्रेनेज सिस्टम का प्राक्कलन तैयार करने का आदेश भवन परिसर में बारिश के पानी की उचित निकासी सुनिश्चित करने के लिए डीएम सावन कुमार ने ड्रेनेज व्यवस्था का भी विस्तृत प्राक्कलन बनाने को कहा. उन्होंने स्पष्ट किया कि पानी की निकासी की समस्या को स्थायी समाधान के साथ दुरुस्त किया जाए. जिलाधिकारी ने भवन के मुख्य प्रवेश द्वार पर शिक्षा भवन की स्टील की नेम प्लेट लगाने का निर्देश दिया. साथ ही, भवन की सुरक्षा और रात्रिकालीन दृश्यता को बेहतर बनाने के लिए वाइपर, पेपर लाइट (उच्च गुणवत्ता वाली लाइटिंग) लगाने को भी कहा. उन्होंने कहा कि नया शिक्षा भवन जिले का महत्वपूर्ण प्रशासनिक केंद्र है, इसलिए इसकी पहचान और सुरक्षा व्यवस्था मानक के अनुरूप होनी चाहिए. निरीक्षण के दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना), जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (लेखा एवं योजना), संवेदक सहित शिक्षा विभाग से जुड़े अन्य अधिकारी एवं कर्मी मौजूद रहे. जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को समयबद्ध तरीके से कार्य पूरा करने का निर्देश देते हुए कहा कि शिक्षा भवन के संचालन से पहले परिसर से संबंधित सभी कार्य गुणवत्तापूर्ण और मानक के अनुरूप संपन्न कराए जाएं.
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