उत्सव के उमंग में डूबे लोग, मूढ़ी-खिलौना व अन्य पूजा सामग्री की खूब हो रही खरीदारी
मुंगेरदीपों का त्योहार दीपावली को लेकर चारों ओर धूम मची है. लोगों ने दीपोत्सव की लगभग सारी तैयारियां पूरी कर ली है. लोग अपने घर-आंगन की सजावट में पूरी तरह मशगूल हैं. बाजारों में पूजन सामग्री की खरीदारी को लेकर रविवार को लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी़. मिठाई की दुकान हो या फिर किराने की, देर शाम तक खरीदारों की भीड़ जमी रही़. वहीं भारी भीड़ के कारण शहर की प्रमुख सड़कें भी जाम की स्थिति रही.
हर तरफ साफ-सफाई व सजावट
धनतेरस के दिन से ही जिले में पूरी तरह से उत्सव का माहौल बन चुका है़. शहर हो या गांव, गली हो या मोहल्ले, हर तरफ साफ-सफाई व सजावट ने सचमुच में एक अद्भुत नजारा उत्पन्न कर दिया है़. लोग हर क्षण अपने घर को और भी बेहतर सजावट से लैश करने के लिए हर जतन कर रहे हैं. वहीं कई लोग बाजार की जिम्मेदारी को निभाने में काफी व्यस्त हैं. बाजारों में उमड़ी भीड़ से जहां बार-बार जाम की समस्या उत्पन्न होते रही़. वहीं वाहनों के हॉर्न का शोर थमने का नाम ही नहीं ले रहा था़. फिर भी लोगों के चेहरे पर त्योहार की खुशिहाली साफ छलक रही है़
मूढ़ी, खिलौना व अन्य पूजा सामग्री की खूब हुई खरीदारी
दीपावली पर यूं तो विभिन्न प्रकार के व्यंजन तैयार की जाती है. जिसका आनंद न सिर्फ अपने परिवार के बीच उठाते हैं, बल्कि अपने सगे-सबंधियों व मित्रों को भी इसके लिए आमंत्रित करते हैं. किंतु इस त्योहार में मूढ़ी तथा चीनी व गुड़ से तैयार किये गये खिलौने का काफी महत्व रहता है़. बाजार में जगह-जगह पर मूढ़ी व खिलौने की बिक्री जमकर हो रही है. शहर के शीतला मंदिर रोड, बेकापुर, चौक बाजार में जहां मूढ़ी व खिलौने की बिक्री परवान पर रही. वहीं बड़ी संख्या में लोग भगवान गणेश व मां लक्ष्मी की मूर्ति को खरीद कर अपने घर ले गये. जहां सोमवार को पूजा की जायेगी.
मुरली फूल के माला की जमकर खरीदारी
गणेश व लक्ष्मी की प्रतिमा के लिए बाजार में भले ही रंग-बिरंगे आकर्षक माला बेचे जा रहे हों, किंतु उन सब मालाओं पर मुरली फूल की माला काफी भारी रही. मान्यता है कि कमल के फूल से जहां माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है, वहीं मुरली फूल के माला से भगवान गणेश काफी खुश होते हैं. ऐसी मान्यता है कि प्रथम पूज्य गणेश को प्रसन्न कर लेने मात्र से सारे देवी-देवता प्रसन्न हो जाते हैं. इस कारण से भी अधिकांश लोग मूरली फूल की माला की खरीदारी करने से नहीं चूक रहे थे़. जिसके कारण मुरली फूल के माला व पूजन सामग्री की जमकर खरीददारी हुई. आर्टिफीशियल रंगोली बढ़ी मांग
मुंगेर. बाजार में उमड़ी भीड़ का एक भाग आर्टिफीशियल रंगोली की दर्जनों दुकानों पर जमी नजर आयी़. जो अपने-अपने घर व आंगन के अनुसार आकर्षक रंगोली की खरीदारी कर रहे थे. खरीदारों की भीड़ यह बयां कर रही थी कि आर्टिफीशियल रंगोली ने भी अब बाजार पकड़ ली है़. जिसका मुख्य कारण है कि काफी मोहक रंगोली सस्ते दाम पर उपलब्ध हो जाते हैं तथा इसके लिए घंटों मेहनत करने की भी जरूरत नहीं पड़ती है. हालांकि कई लोग खुद से रंगोली बनाने के लिए अबीर व गुलाल की भी खरीदारी कर रहे थे.———————————————————
बॉक्स्——————————————————-
मिट्टी के फैंसी दीये व कृत्रिम घरौंदों का रहा डिमांडमुंगेर : आधुनिकता के दौर में सामान्य मिट्टी के दीये की जगह मिट्टी के फैंसी दीये की डिमांड इस बार काफी बढ़ गयी है़. जिसे रौशनी फैलाने के साथ-साथ घर के सजावट में भी काफी अहम बताया जा रहा है़. वहीं घरौदों की यदि बात की जाये, तो पिछले कुछ वर्षों से कृत्रिम घरौंदों का डिमांड काफी बढ़ गया है़. जिसके कारण बाजार में दर्जनों विक्रेता टीन, थर्मोकॉल व लकड़ी से बने घरौंदों की बिक्री कर रहे हैं. घरौंदा विक्रेता मंजेश कुमार ने बताया कि बाजार में 100 रुपये से लेकर 500 रुपये तक के आकर्षक घरौंदे बेचे जा रहे हैं. लोग मेहनत से बचने तथा बेहतर रूप से तैयार रहने के कारण अब कृत्रिम घरौदों को खरीदना अधिक पसंद कर रहे हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

