मुंगेर. बुधवार को सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में तब हड़कंप मच गया जब एक 90 साल की महिला को इलाज के बाद घर ले जाने के करीब दो घंटे बाद परिजन फिर से अस्पताल लाए. डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया, जिसके बाद परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया. बताया गया कि लाल दरवाजा निवासी 90 वर्षीय लडुइयां देवी को पेट व सीने में दर्द की शिकायत के बाद बुधवार की सुबह नौ बजे परिजन सदर अस्पताल लाए थे. डॉक्टरों ने उनकी जांच कर एक इंजेक्शन लगाया. इंजेक्शन के आधे घंटे बाद जब महिला की हालत में सुधार हुआ, तो परिजन उन्हें घर ले गए. लांकि, घर पहुंचने के एक घंटे बाद महिला की तबीयत फिर बिगड़ गयी, जिसके बाद परिजन उसे दोबारा अस्पताल लाए. डॉक्टरों ने जांच के बाद लडुइयां देवी को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद, परिजनों ने डॉक्टरों पर गलत इंजेक्शन लगाने और इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस और अस्पताल के सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंचे और किसी तरह परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया. बाद में, परिजन शव को लेकर घर चले गए. इस मामले में अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ निरंजन कुमार ने कहा कि इलाज में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती गयी. उन्होंने कहा कि संभव है कि घर जाने के बाद महिला को दिल का दौरा पड़ा हो, जिससे उनकी मौत हो गयी. उन्होंने यह भी बताया कि परिजनों ने इस संबंध में कोई शिकायत नहीं की है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

