मुंगेर : मुंगेर में लड़कियों को बेचने वाला गिरोह सक्रिय है. सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद भी इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है और मानव व्यापार का यह घृणित धंधा जारी है. मुंगेर से लड़कियों के गुम होने और बाहर से लाकर लड़कियों को बेचे जाने की दास्तान इस सच्चाई का खुलासा करती है.
हेमजापुर ओपी क्षेत्र के पीड़ित आनंदी महतो एवं दिनेश राम ने जब पुलिस अधीक्षक वरुण कुमार सिन्हा के समक्ष अपने बच्चियों के अपहरण कर बेचने की बात बतायी तो यह पुख्ता हो गया कि आज भी मानव तस्करी का खेल मुंगेर में जारी है. उन्होंने बताया कि सपना कुमारी एवं सीमा कुमारी (काल्पनिक नाम) की उम्र मात्र 12 से 13 साल है. शादी की समझ जिसे नहीं है वह कहां से शादी की नियत से भागेगी.
जिसके बातों में दम था और यह तय हो गया कि बच्चियों का अपहरण बेचने के लिए ही किया गया. पुलिस ने आरोपी पिता-पुत्री को तो गिरफ्तार कर लिया. लेकिन मुख्य सरगना तक नहीं पहुंच पायी. जिसके कारण बच्चियों की बरामदगी भी नहीं हो पायी है. अधिकांश मामलों में गिरोह का सरगना पुलिस की गिरफ्त से बाहर ही रहता है. यदि पिछले दिनों 14 दिसंबर को मुंगेर के लाल बत्ती क्षेत्र श्रवण बाजार की घटना पर गौर करे तो फतुहा से अपहृत की गयी लड़की मुंगेर के लाल बत्ती क्षेत्र श्रवण बाजार से बरामद किया गया था. लेकिन इस बाजार तक पहुंचाने वाला पप्पू खा अभी तक गिरफ्तार नहीं हुआ.
16 अगस्त 2014 को इसी श्रवण बाजार से कदम कुंआ पटना से अपहृत लड़की को बरामद किया गया था. आये दिन ऐसी घटनाएं लगातार हो रही है. कुछ तो प्रकाश में आ रहे और कुछ मामले यूं ही दफन होकर रह जाती है. सुप्रीम कोर्ट ने लापता लोगों के संदर्भ में पुलिस को गंभीरता से मामले को लेने का निर्देश दिया. इसके बाद से पुलिस भले ही अपने क्षेत्र के रिकार्ड को खंगाल रही है. लेकिन लड़कियों के संदर्भ में इतना तो हाल की घटनाओं से यह साबित हो गया है कि मानव व्यापार का घिनौना खेल खेलने वाला गिरोह मुंगेर से लेकर राजधानी पटना तक सक्रिय है.
एक गिरोह के दूसरे गिरोह से तार जुड़े हुए है. तभी तो हेमजापुर ओपी क्षेत्र की दो बच्चियां उत्तर प्रदेश के इटावा पहुंचायी जा चुकी है और फतुहा, किशनगंज से लड़कियों मुंगेर रेड लाइट एरिया पहुंच गयी. यह तो पुलिस रिकार्ड का मामला है. किंतु बहुत सारे मामले पुलिस रिकार्ड से बाहर के है. प्लेसमेंट एजेंसी के नाम से झांसा देकर लड़कियों को न सिर्फ देश की राजधानी तक पहुंचाया जाता है बल्कि विदेशों तक पहुंचाया जा रहा.