जमालपुर : यात्रियों की सुविधा को लेकर भले ही रेलवे चाहे जितना ताल ठोंक ले, परंतु जमालपुर रेलवे स्टेशन के बाहर लगा फव्वारा कुछ और ही कहानी सुनाता है. यूं तो इसका निर्माण मॉडल रेलवे स्टेशन के नाम पर किया गया था. परंतु लाखों रुपये की लागत से तैयार फव्वारा सिर्फ और सिर्फ अधिकारियों के लिए बन कर रह गया है.बताया जाता है कि वर्षों पहले रेलवे स्टेशन के बाहर एक आर्टिफीशियल पेड़ भी लगाया गया था. कुछ दिन के बाद उसे वहां से हटा दिया गया है.
उसी दौरान यहां बना फव्वारा भी अब तभी चलता है जब किसी अधिकारी का जमालपुर रेलवे स्टेशन निरीक्षण करने का प्रोग्राम बनता है. अथवा रेलवे के किसी बड़े अधिकारी के यहां पहुंचने की सूचना मिलती है.
रविवार को फव्वारा बिल्कुल सूखा पड़ा था. इस संबंध में रेल यात्री कंचन कुमार, राकेश कुमार, अरविंद कुमार सहित अन्य ने कहा कि यह फ व्वारा तो एक सिगनल है. यदि फव्वारा में पानी भरना शुरू होता है तो समझें किसी अधिकारी के आने की सूचना स्टेशन प्रबंधन को मिली है. यदि फव्वारा चलने लगे तो समझ लें कि कोई वरीय रेल अधिकारी का पदार्पण जमालपुर में हो चुका है.