मुंगेर. बिहार राज्य 102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ के आह्वान पर जिले के 102 एंबुलेंस चालक व ईएमटी बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए. बुधवार को हड़ताली एंबुलेंस चालकों व ईएमटी ने अस्पताल के पुराने आईसीयू वार्ड के पास धरना दिया. अपनी मांगों को लेकर जोरदार नारेबाजी भी की. इस दौरान 102 एम्बुलेंस एजेंसी के प्रतिनिधि वार्ता के लिए पहुंचे, लेकिन वार्ता सफल नहीं होने के कारण एंबुलेंस चालक व ईएमटी हड़ताल पर रहे. हड़ताल के कारण अस्पताल में मरीज दिनभर परेशान रहे.
102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ जिला इकाई के अध्यक्ष किशोर रमेश मूर्ति, सचिव सदानंद कुमार, कोषाध्यक्ष संदीप कुमार, मीडिया प्रभारी सोनू कुमार सिंह ने बताया कि बिहार में 102 एम्बुलेंस के संचालन के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति शेखपुरा और मेडिकल हेल्थ केयर लिमिटेड के साथ समझौता हुआ है, जो 01 नवंबर 2024 से कार्यरत है. सभी कर्मचारी संगठन के हर नियम का पालन करते हुए अब तक अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं. उनकी तीन मुख्य मांगें हैं, जिसमें श्रम अधिनियम के तहत वेतन व अतिरिक्त कार्य के लिए अतिरिक्त भुगतान व हर महीने वेतन देने का समय निश्चित करने की मांग की गयी है. कहा है कि सभी कर्मचारियों को वेतन पर्ची दी जाए और वाहन खराब होने पर समय पर उसकी मरम्मत कराई जाए.एजेंसी प्रतिनिधि से वार्ता विफल, जारी रहेगा आंदोलन
बुधवार को एजेंसी प्रतिनिधि रोहिणी कांत ने सदर अस्पताल में हड़ताली 102 एम्बुलेंस चालकों और ईएमटी के साथ वार्ता की. वार्ता विफल रही, जिसके कारण सभी एम्बुलेंस चालक और ईएमटी हड़ताल पर रहे. देर शाम सिविल सर्जन ने एजेंसी प्रतिनिधि और हड़ताली एम्बुलेंस चालकों और ईएमटी से मामले की जानकारी ली.—————————————–
एंबुलेंस चालकों के हड़ताल ने बढ़ायी मरीजों की परेशानी
मुंगेर . एंबुलेंस चालक और ईएमटी के हड़ताल पर जाने से सदर अस्पताल सहित जिले के अन्य प्रखंडों में मरीजों की परेशानी बढ़ गयी है. बुधवार को एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण कई मरीज परेशान रहे. इस दौरान सबसे अधिक परेशानी प्रसुताओं को हुई. प्रसव के उपरांत घर लेकर जाने के लिये ऑटो या ई-रिक्शा का सहारा लेना पड़ा. बुधवार को अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे कई मरीजों को एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण निजी एंबुलेंस से पटना या भागलपुर जाना पड़ा.
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