पकड़ीदयाल. प्रखंड के बड़कागांव स्थित झील(पोखरी) चकाचक बनेगा. इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा. इसको लेकर बिहार सरकार के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने जिलाधिकारी को पत्र लिखा है. बता दें कि जिप पार्षद अनिता देवी ने पत्र के माध्यम से सचिव महोदय को उक्त झील की ऐतिहासिक और वर्तमान समय मे इसके महत्व को बताया था. इससे प्रभावित हो सचिव श्री सिंह ने जिलाधिकारी को निर्देश दिया है कि सभी संभावनाओं को देखे. ग्रामीणों के अनुसार ब्रिटिश शासन काल मे बड़कागांव के वीर सपूतों ने उनके विरुद्ध खूब लड़ाई लड़ी, उनके सिरहाकोठी के अधिकारी की हत्या कर दी.ग्रामीणों द्वारा अंग्रेजी हुकूमत के निरंतर विरोध से आजिज हो अंग्रेजों ने गांव के पश्चिम स्थित तत्कालीन बांध को रात में कटवा दिया.उनकी मंशा थी कि गांव डूब जाय. तब अनियंत्रित बाढ़ से गांव में उक्त झील सहित दर्जनों कुंड ,पोखर खुद गया. ग्रामीण कई वर्षों तक दाने-दाने को मोहताज हो गए,लेकिन अंग्रेजों की खिलाफत करते रहे. हालांकि 1952 में वर्तमान बांध बनने से स्थिति सामान्य हुई. जिप पार्षद ने उसी ऐतिहासिक झील के जीर्णोद्धार के लिये सचिव महोदय का ध्यान आकृष्ट किया है. उक्त झील के दोनों किनारे सैकड़ो ग्रामीणों का घर है. इसके किनारे राजकीय मध्य विद्यालय वरूणाहा तथा राजकीय प्राथमिक विद्यालय वरुणाहा (बालक) अवस्थित है. इसी झील किनारे स्वास्थ्य उपकेंद्र भी है. ग्रामीण श्रद्धालू झील के किनारे छठ पूजा करते हैं.
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