मोतिहारी.सर्दी का सितम शुक्रवार को भी जारी रहा. दिन भर ठंड अपने शबाब पर रही और सर्द हवाओं के चलते जन जीवन अस्त-व्यस्त रहा. शुक्रवार का औसत तापमान न्यूनतम 11 डिग्री और अधिकतम 18 डिग्री रहा. सुबह से ही शीतलहर के साथ बढ़ी कनकनी शाम के बाद और तेज हो गयी. दिन भर धुंध का आलम रहा और सूर्यदेव के दर्शन भी नहीं हुए. सर्द हवा और धूप नहीं होने के कारण दिन भर लोग ठंड से ठिठुरते रहे. शाम से पारा गिरने लगा और ठंड का प्रकोप बढ़ गया. अहले सुबह से ही सर्द हवा चलने के कारण लोग परेशान दिखे. ज्यादा ठंड के कारण महिलाओं से लेकर वृद्ध जनों को अपनी दिनचर्या में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा.
कांपते लोगों को अलाव ने दी राहत
शाम होते ही कनकनी बढ़ गयी और शहर की सड़कों पर वीरानी छाने लगी. ज्यादातर लोगों ने सर्दी के सितम से बचने के लिए अलाव, ब्लोअर और बिस्तर से चिपकना ही मुनासिब समझा. ठंड से कंपकंपाते लोगों को अलाव ने कुछ हद तक राहत पहुंचायी. जहां-तहां लोग अलाव तापते नजर आये. ठंड के बारे में वैज्ञानिक बताते हैं कि मौसम में लगातार परिवर्तन देखने को मिलेगा, क्योंकि वायु मंडल में भी स्थिरता का नियम लागू होता है. बादलों की संरचना भी परिवार की तरह होती है. भूमध्य सागर से उठने वाले बादल कई देशों के ऊपर से यात्रा करते हैं, जिससे उनमें नमी आ जाती है. इस दौरान वे पार्सियान खाड़ी के ऊपर से गुजरते समय नमी एकत्र कर लेते हैं. उसके बाद भारत में हिमालय से टकरा कर आसपास के क्षेत्रों में बर्फबारी करते हैं. बर्फबारी के कारण मैदानी क्षेत्रों में भी ठंड का प्रकोप बढ़ जाता है.
ठंड से बचने के लिए करें ये काम
-प्रदूषण अधिक होने पर घर पर ही रहें, मास्क और रूमाल का इस्तेमाल करें
-पानी का सेवन अधिक करें, पौष्टिक आहार लें-गर्म कपड़े पहनें और गर्म सूप सहित शरीर को गर्माहट देने वाले खाद्य पदार्थ का सेवन करें
-रक्तचाप और शुगर का स्तर बढ़ने पर डॉक्टर से परामर्श लेकर दवा के डोज में बदलाव करा लें
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