बंजरिया. सिकरहना ( बूढ़ी गंडक ) नदी पर बांध निर्माण के विरुद्ध में शनिवार को जटवा चौक सिकरहना तटबंध रोको संघर्ष समिति के तत्वाधान में धरना व प्रदर्शन का आयोजन किया गया. जिसका अध्यक्षता पूर्व मुखिया इकबाल अहमद ने की, जबकि संचालन जिप सदस्य ई. तौसीफूर रहमान ने किया. प्रदर्शन कर रहे लोगो का कहना है कि सिकरहना नदी पर तटबंध का निर्माण होने से हजारों एकड़ जमीन बर्बाद हो जाएगी और आबादी भी पूरी तरह प्रभावित होगी. बताया कि केंद्र सरकार और बिहार सरकार ने बांध बनाने का आदेश जारी कर दिया है, तो सिकरहना नदी के किनारे बसे बंजरिया प्रखंड के अंतर्गत आने वाली गांव व टोले के लोगों को चिंता है कि अगर बांध निर्माण हुए तो उन्हें जान-माल का भारी नुकसान होगा. साथ ही लोगों ने बताया कि कृषि योग्य भूमि पूरी तरह बंजर हो जाएगी. इस अवसर पर पूर्व मंत्री राम चंद्र सहनी, प्रमुख जफीर आजाद चमन, मसीह उल जमां साहब, सज्जाद आलम साहब, क्यामूल हक, मास्टर रियाजुल हक, अब्दुल सलाम, मुखिया मो. सलातुल्लाह उर्फ आदिल राणा, कमर आजम, सरपंच इलियास अली सहित अन्य वक्ताओं ने संबोधित करते हुए कहा कि अगर सरकार बांध के निर्माण पर रोक लगाती है तो यह जनहित में है इसलिए बांध निर्माण को रोकना अतिआवश्यक है. लोगों ने कहा कि सरकार उक्त बांध निर्माण पर रोक लगाते हुए उक्त राशि से इस इलाके में एक बड़ा अस्पताल का निर्माण कार्य कराये, जिससे इलाके के लोगों को काफी फायदा होगा.
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