Motihari: रक्सौल. जेन-जी आंदोलन के कारण बिगड़े हालात अब सामान्य होने लगे हैं. भारत की सीमा से सटे नेपाल के पर्सा जिला प्रशासन ने कर्फ्यू में आंशिक ढील देने का निर्णय लिया है. पर्सा के प्रमुख जिला अधिकारी (सीडीओ) तोयनारायण सुवेदी ने जानकारी दी कि गुरुवार को सुरक्षा समिति की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है. अब जिले में सुबह 7 बजे से 10 बजे तक और शाम 5 बजे से 7 बजे तक कर्फ्यू हटा दिया जाएगा. हालांकि, इस दौरान निषेधाज्ञा पूर्ववत लागू रहेगी. जारी आदेश के अनुसार, कर्फ्यू प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक और रात 7 बजे से लागू रहेगा. वहीं, निषेधाज्ञा प्रतिदिन सुबह 6 से 10 बजे और शाम 5 से 7 बजे तक प्रभावी होगी. यह व्यवस्था अगले आदेश तक लागू रहेगी. कर्फ्यू और निषेधाज्ञा का दायरा पूर्व में बाइपास रोड से लेकर पश्चिम में सिर्सिया पुल तक, उत्तर में गंडक चौक से दक्षिण में शंकराचार्य गेट तक सीमित होगा. कर्फ्यू अवधि में केवल अत्यावश्यक सेवाओं को ही छूट दी गई है, जिनमें एम्बुलेंस, दमकल, शव वाहन, कचरा उठाने वाले वाहन, स्वास्थ्यकर्मी, पत्रकार, पर्यटक वाहन, मानवाधिकार और कूटनीतिक निकायों के वाहन, नेपाल विद्युत प्राधिकरण, पानी और दूध आपूर्ति करने वाले वाहन, तथा हवाई टिकट दिखाने वाले यात्रियों को सुरक्षा बलों की ओर से आवाजाही की अनुमति होगी. वहीं निषेधाज्ञा की अवधि में दैनिक उपभोग की वस्तुओं की खरीद-बिक्री और सामान्य आवागमन की इजाज़त रहेगी, लेकिन पांच या उससे अधिक व्यक्तियों का जमावड़ा, सभा, जुलूस, धरना और बैठक पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे. सीडीओ सुवेदी ने चेतावनी दी है कि कर्फ्यू और निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने वालों पर क़ानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही, उन्होंने जिलेवासियों से शांति बनाए रखने और प्रशासनिक आदेश का पालन करने की अपील की. वहीं नेपाल के बारा जिला में कर्फ्यू को हटा दिया गया है.
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