रक्सौल . नेपाल में आंदोलन के बीच फंसे भारतीय पर्यटकों के वापसी का क्रम शुरू हो गया है. नेपाली प्रशासन के द्वारा नेपाल घूमने के लिए गए पर्यटकों को निषेधाज्ञा की अवधि समाप्त होने के बाद भारत के लिए भेज दिया गया है. बुधवार की शाम करीब 6 बजे से नेपाल में फंसी पर्यटक बस व गाड़ियों के आने का क्रम शुरू हो गया. जिसको लेकर दूतावास से मिली जानकारी के बाद पहले से ही एसएसबी और बिहार पुलिस को अलर्ट कर दिया गया था. मैत्री पुल पर तैनात एसएसबी के जवानों और हरैया थानाध्यक्ष किशन कुमार पासवान की उपस्थिति में नेपाल से आने वाले पर्यटकों के आइडी कार्ड की जांच कर उन्हे भारत में प्रवेश की अनुमति दी जा रही थी. वणारस से काठमांडू दर्शन के लिए गये यूपी के तीर्थ यात्रियों के एक जत्थे में शामिल लोगों का कहना था कि भारत की सीमा में दाखिल होकर जान में जान आयी है. हमलोग पूरे रास्ते पशुपतिनाथ और बाबा विश्वनाथ से प्रार्थना करते आए है कि हमलोग सही सलामत अपने देश पहुंच जाए. वहीं बस के चालक ने बताया कि नेपाली प्रशासन से भारतीय पर्यटकों की काफी मदद की है आंदोलन कर रहे लोग भी पर्यटकों को परेशान नहीं कर रहे थे. समाचार लिखे जाने तक रक्सौल बॉर्डर से लगातार नेपाल में फंसी पर्यटकों की गाड़ियां वापस आ रही थी. वहीं भारत के तरफ फंसे हुए नेपाली पर्यटकों को भी शाम के समय सुरक्षित उनके देश रवाना किया गया. गुरूवार से हालात के सामान्य होने की संभावना है.
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