Motihari: मोतिहारी.
जिले के सभी स्कूलों में ग्राीष्मावकाश की छुट्टी हो गयी है लेकिन आंगनबाड़ी केंद्र पर आने वाले नौनिहालों को इस तेज धूप में भी ग्राीष्मावकाश नहीं दिया गया है. जहां एक ओर निजी विद्यालयों में एक सप्ताह पहले ही छुट्टी घोषित कर दी गयी है. वही सरकारी विद्यालयों में भी 2 जून से गर्मी की छुट्टियां शुरू हो चुकी है. इसके बावजूद तीन से छह वर्ष तक के बच्चे आज भी उमस भरी गर्मी और तेज धूप में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पहुंचने को मजबूर है. यह स्थिती शहरी हो या ग्रामीण हर क्षेत्र में एक जैसी बनी हुई है. सुबह 7.30 बजे से 11.30 बजे तक इन मासूम बच्चों को केंद्रों में रहना पड़ता है, जबकि तापमान प्रात: काल से ही 40 डिग्री के आसपास पहुंचने लगता है. बिहार राज्य आंगनबाड़ी संघ के जिलाध्यक्ष ममता कुमारी सिंह ने मांग करते हुए कहा कि सरकार को इस दोहरी नीति पर गहरी नाराजगी जताई है. इन लोगों ने सरकार और जिला प्रशासन से मांग की है कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी तत्काल ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किया जाए. उन्होने कहा कि जब बड़े बच्चों के लिए अवकाश जरूरी समझा गया है, तो इन मासूमों के लिए क्यों नहीं. छोटे बच्चों के स्वास्थ्य और अधिकारों की रक्षा के लिए केन्द्रों को शीघ्र बंद किया जाना चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है