Motihari :मोतिहारी/हरसिद्धि. एनपीएस धवही खालसाटोला हरसिद्धि के प्रधान शिक्षक रितेश कुमार वर्मा को डीपीओ स्थापना ने निलंबित कर दिया है. निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय बीआरसी फेनहरा बनाया गया है. यह कार्रवाई शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के निर्देश के आलोक में की गई है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डा एस सिद्धार्थ ने सोमवार को एनपीएस धवही खालसाटोला हरसिद्धि के प्रधान शिक्षक रितेश कुमार वर्मा से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से वार्ता की. वार्ता के क्रम में शिक्षक विद्यालय से अनुपस्थित मिले. इसके बाद अपर मुख्य सचिव ने डीइओ संजीव कुमार को निर्देशित किया. निर्देश के आलोक में डीपीओ स्थापना साहेब आलम ने विद्यालय का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान प्रधान शिक्षक पर लगाया गया आरोप प्रमाणित हुआ. विद्यालय में एमडीएम भी बंद मिला. डीपीओ ने प्रधान शिक्षक से स्पष्टीकरण की मांग की, परंतु जवाब संतोषजनक नहीं होने पर डीपीओ ने शिक्षक को निलंबित कर दिया. इस कार्रवाई से शिक्षकों में हडकंप है.
अपर मुख्य सचिव का आया कॉल, पूछे कहां हैं, जवाब मिला सर दुकान पर है
बताया जाता है कि रितेश के मोबाइल पर अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ का फोन आया. उन्होंने पूछा, आप रितेश कुमार वर्मा बोल रहे हैं. उन्होंने कहा हां. फिर पूछे कहा हैं, जवाब दिया गया कि सर दुकान पर हैं. सर दो मिनट में स्कूल में पहुंच रहे हैं. फिर क्या था. सिद्धार्थ ने कहा, अपने सहयोगी शिक्षक से बात कराएं. विलंब हो गया. वीडियो कॉल पर बात कीजिए. नहीं हुई वीडियो कॉल बात. सर समझ गए हेडमास्टर हाजिरी बनाकर स्कूल से फरार हैं. हालांकि शिक्षक दो मिनट में ही अपने सहयोगी शिक्षक से उन्हें बात भी करा दिये.कहते हैं पदाधिकारी
खालसा टोला ध्वही हरसिद्धि के प्रधान शिक्षक रितेश वर्मा को निलंबित कर दिया गया है. एसीएस की वीडियो कॉलिंग में हाजिरी बनाकर स्कूल से बाहर थे. निर्देश के बाद जांच में यह भी पाया गया कि एमडीएम नहीं बना था. बच्चों के लिए. एमडीएम में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. संजीव कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी, पूर्वी चंपारणडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है