मोतिहारी. सदर अस्पताल के डॉक्टर डा हारून रशीद को पोस्टमार्टम रिपोर्ट लिखने में आनाकानी करना महंगा पड़ा. उनके विरुद्ध कोटवा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. थानाध्यक्ष राजरूप राय के आवेदन पर डॉक्टर के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है. बताया जाता है कि कोटवा राजापुर मठिया के शमशाद आलम की हत्या 14 मार्च काे कर दी गयी थी. पुलिस ने घटना का सफल उद्भेदन भी कर लिया. आरोपी को सजा दिलाने के लिए ठोस साक्ष्य की जरूरत थी. इसके लिए घटना स्थल से प्रदर्श जब्त किया गया था. उसे जांच के लिए एफएसएल भेजना था. बिना पोस्टमार्टम रिपोर्ट के प्रदर्श को एफएसएल नही भेजा जाता. इसके लिए थानाध्यक्ष सह अनुसंधानकर्ता ने डॉक्टर हारून रशीद से मिल कर पोस्टमार्टम रिपोर्ट लिखने का आग्रह किया, लेकिन उन्होंने रिपोर्ट लिखने से साफ इंकार कर दिया. एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि अनुसंधानकर्ता ने स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों को भी डॉक्टर की लारवाहरी से अवगत कराया. उनके विरूद्ध कार्रवाई के लिए आग्रह किया. इतना हीं नहीं अनुसंधानकर्ता न नागरिक न्याय संहिता के तहत डॉक्टर के व्हाट्सएप पर नोटिस भी भेजा था. लेकिन डॉक्टर ने कोई जवाब नहीं दिया. एसपी ने बताया कि डॉक्टर की लापरवाही से साफ होता है कि उनके द्वारा साक्ष्य को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है. इस कारण डॉ हारून रशीद के विरूद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. कोर्ट से वारंट प्राप्त कर उन्हें गिरफ्तार किया जायेगा.
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