Motihari: मोतिहारी.
जिले के सदर प्रखंड सहित अन्य क्षेत्रों में यूरिया खाद की किल्लत से किसान भारी परेशानी झेल रहे हैं. खेतों में धान और मक्का की फसल अपने विकास के महत्वपूर्ण चरण में है, लेकिन पर्याप्त यूरिया खाद उपलब्ध नहीं होने से किसानों में बेचैनी बढ़ गई है. आलम यह है कि किसान सरकारी निर्धारित दर से अधिक मूल्य पर भी खाद खरीदने को मजबूर हैं. कहीं किसानों को 300 से 400 रुपये प्रति बोरा तक खर्च करने पड़ रहे हैं, जबकि विभागीय दर 274 रुपये तय है. यही नहीं, कई किसानों को खाद पाने के लिए जनप्रतिनिधियों और स्थानीय स्तर पर पैरवी भी करनी पड़ रही है. स्थानीय किसानों का कहना है कि समय पर यूरिया नहीं मिलने से फसल की बढ़वार प्रभावित होगी और पैदावार घटने की आशंका है. दूसरी ओर प्रखंड कृषि पदाधिकारी कमलदेव प्रसाद ने कहा कि खाद की मांग जहां अधिक है और उस क्षेत्र में आपूर्ति कम पहुंच रही है, इसी वजह से समस्या उत्पन्न हो रही है. उन्होंने आश्वासन दिया कि विभाग स्तर से लगातार आपूर्ति कराई जा रही है और जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी.किसानों ने जिला प्रशासन और कृषि विभाग से मांग की है कि तुरंत प्रभावी कदम उठाए जाएं और यूरिया खाद की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए, ताकि उनकी साल भर की मेहनत पर पानी न फिर जाए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

