Motihari : मधुबन.बूढ़ी गंडक नदी से सटे इलाके के हरिनारायणपुर गांव में जलावन में दुर्लभ प्रजाति की दोमुंहा सांप (रेड सैंड बोआ) शुक्रवार मिला है.जिसके बाद इलाके में सनसनी फैल गयी.जिसे देखने के लिये हरिनारायणपुर गांव में काफी संख्या में लोग जमा हो गये. इलाके में पहली बार दोमुंहा सांप मिलने से यह कौतूहल का विषय बन गया था.हलांकि सांप के द्वारा किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया गया है.इस प्रजाति की सांप अमूमन रेगिस्तान में पाया जाता है.जिसे भारत के वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत दुर्लभ करार दिया गया है.जिसके पालन पर पूरी तरह से पाबंदी है.गांव के राजकिशोर महतो व मिठू पासवान के द्वारा जलावन से सांप को पकड़ने के बाद सुरक्षित रखा गया.जिसके बाद वन विभाग के कर्मी पहुंचकर सांप का सुरक्षित रेस्यू करके ले जाया गया.
जहरीला व आक्रमण स्वभाव का नहीं होता है रेड सैंड बोआ:
वन विभाग के कर्मी के द्वारा बताया गया कि यह सांप जहरीला और आक्रमक स्वभाव का नहीं होता है.यह सांप भारत पाकिस्तान के रेगिस्तान के अलावे ईरान में पाया जाता है.भारत के राजस्थान में इस तरह के सांपों को अक्सर देखा जाता है.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों में बिकती है सांप:
सांप को रेड सैंड बोआ और ब्राउन सैंड बोआ के नाम से भी जाना जाता है.विभिन्न तरह की कीमती दवाओं का निर्माण इस सांप के द्वारा किया जाता है.जिससे इस प्रजाति की सांप की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रूपये तक बिकती है.इसकी पूछ का आकार इस तरह का होता है,जो मुंह की तरह नजर आता है.
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