मोतिहारी. पूर्वी चंपारण में 26 दिनों में घटित विभिन्न घटनाओं में 81 लोगों की मौत हाे गयी है, जिसमें सर्वाधिक मौत सड़क दुर्घटना में हुई है. वहीं फांसी लगाकर 14 लोगों की मौत हुई है. इसके अतिरिक्त गोली लगने, मारपीट एवं डूबने तथा अन्य घटनाओं में मौत हुई है. मिली जानकारी के अनुसार अनुसार एक मार्च से लेकर 26 मार्च तक कुल 81 लोगों की विभिन्न घटनाओं में मौत हुई . सभी का पोस्टमार्टम किया गया, जिनमें सर्वाधिक 29 लोगों की मौत सड़क दुर्घटना में हुई, जबकि 14 लोगों ने आत्महत्या की. वहीं पांच लोगों की मौत गोली लगने से तथा सात लोगाें की डूबने से मौत हो गयी.
साथ ही धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या, ईट से मारकर, विद्युत स्पर्शाघात तथा मारपीट के दौरान चोट लगने से मौत हुई है. बताया जाता है कि सड़क दुर्घटना का सर्वाधिक मूल कारण कथित रूप से शराब का अधिक सेवन, युवाओं में ब्लूटूथ पर गाना सुनना आदि शामिल है, जिसके कारण अत्यधिक सड़क दुर्घटनाएं हुई है. वहीं फांसी लगाकर आत्महत्या करने के पीछे यह तथ्य बताया जाता है कि पहले संयुक्त परिवार था तो सभी हंसी-खुशी के साथ रहते थे, लेकिन एक परिवार में रहने से तनाव बढ़ने लगा, जिससे फांसी या आत्महत्या के कारणों में इजाफा हो रहा है.जिले में 7-8 सौ इंज्यूरी रिपोर्ट पेंडिंग में
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले के 27 प्रखंडों के पीएचसी में अमूमन 20 से 25 इंज्यूरी रिपोर्ट पेंडिंग में है, उसके बाद करीब चार-पांच सौ के बीच सदर अस्पताल में पेंडिंग में है, जिसके कारण लोगों को सही समय पर न्याय मिलने में परेशानी हो रही है.40 भेसरा पड़ा है पेंडिंग में
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार करीब 40 भेसरा थानास्तर पर लंबित है. इस भेसरा को फोरेसिंक सेंटर मुजफ्फरपुर भेजा जाता है. वहां से भेसरा का रिपोर्ट आने में विलंब होता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है