Motihari: मधुबन. बिहार में विशेष भूमि सर्वेक्षण का कार्य अगस्त महीने से शुरू है. 9 महीने से चल रहे सर्वेक्षण अभियान के अंतर्गत 50 फीसदी रैयतों के द्वारा द्वारा अभिलेख जमा किया गया है.प्रखंड अंतर्गत भेलवा पंचायत सरकार भवन में आयोजित कैम्प में शिविर प्रभारी मोनिका राय, कानूनगो नीरज कुमार,विशेष सर्वेक्षण अमीन गौरव कुमार व एवं विशेष सर्वेक्षण कर्मी के द्वारा रैयतों से आवश्यक कागजात जमा कराया जा रहा है. मधुबन प्रखंड के 59 राजस्व ग्राम में 67 हजार 558 सौ खेसरा है.सर्वेक्षण कर्मियों ने रैयतों से अविलंब अपने कागजात जमा कराने का अनुरोध किया है.
आखिर क्यों रही सर्वेक्षण में विलंब:
लंबे अरसे के बाद जिले में हो रहे सर्वेक्षण कार्य के कारण रैयतों को काफी परेशानी हो रही है.1914-18 के बीच चंपारण में सर्वेक्षण हुआ था.जिसके बाद 110 वर्षों के बाद सर्वेक्षण होने के कारण खतियानी रैयत के पांचवी चौथी पीढ़ी हो गयी हैं.जिससे जमीन के बटवारे को लेकर कई परिवारों में विवाद का निपटारा अबतक नहीं हो पाया है.विवाद नहीं सुलझने के कारण अभिलेख जमा करने में परेशानी हो रही है.बदल गये कई रैयत:
पिछले सर्वे के 111 वर्ष बाद अबतक एक जमीन के कई रैयत बदल गये है.सर्वे शुरू होने के बाद से खतियान लेकर कई रैयतों के वंशज कोर्ट से लेकर अंचल का चक्कर लगा रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है