मधुबनी. महिला सशक्तीकरण और सरकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के उद्देश्य से बिहार सरकार की ओर से संचालित महिला संवाद कार्यक्रम का शुभारंभ 18 अप्रैल को किया गया. इस कड़ी में मधुबनी के खजौली और लौकही प्रखंड के ग्राम संगठनों में महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. खजौली और लौकही में आयोजित संवाद कार्यक्रम में महिलाओं ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया. संवाद रथ हर निर्धारित ग्राम संगठन में जाकर महिलाओं से उनकी समस्याओं, आकांक्षाओं और सुझावों को सुना. संवाद के माध्यम से प्राप्त समस्याओं का त्वरित समाधान भी सुनिश्चित किया गया. संवाद कार्यक्रम में लौकही बीपीएम विमला ने कहा कि सरकार की नीतियों में महिलाओं की आकांक्षाओं को बेहतर ढंग से समाहित करने का लक्ष्य है. इस संवाद कार्यक्रम ने महिलाओं को उनकी समस्याओं और आवश्यकताओं को साझा करने का एक मंच प्रदान किया गया है. संवाद कार्यक्रम में जीविका, महिला उद्यमिता, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी दी गई. इस दौरान कई महिलाओं ने संवाद के दौरान अपने जीवन में सरकार की योजनाओं से आए सकारात्मक बदलावों को भी साझा किया. सतत जीविकोपार्जन योजना से लाभान्वित महिला हाल ही में शिक्षक, स्वास्थ्य, पुलिस व अन्य विभाग में नौकरी पाने वाली महिलाओं ने भी अपनी सफलता की प्रेरक कहानियां साझा की. कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं ने इन अनुभवों से प्रेरणा ली और सरकार की पहल की सराहना की. उन्होंने एक सुर में कहा कि सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण और विकास के लिए उत्कृष्ट कार्य कर रही है. वहीं खजौली एवं लौकही में महिलाओं ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना की राशि चार सौ से तीन हजार रुपये बढ़ाने, शौचालय निर्माण में प्रोत्साहन राशि बढ़ाने, उप स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक पदस्थापित करने, गांवों में पुस्तकालय की स्थापना करने की मांग की. कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को अपनी आवाज उठाने का अवसर भी मिला. जिससे न केवल उनकी समस्याओं का समाधान होगा, बल्कि उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ने में मदद मिलेगी. कार्यक्रम के दौरान उपस्थित महिलाओं ने सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की. खजौली के बीपीएम संजीत सुमन ने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सरकार की ओर से संचालित योजनाओं की जानकारी प्रदान करना और उनके गांवों या टोलों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर चिह्लित करना है. वहीं, सभी महिलाओं ने संवाद कार्यक्रम को एक सकारात्मक और परिवर्तनकारी पहल बताया, जो न केवल समस्याओं को हल करने में सहायक है, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी मील का पत्थर साबित हो रहा है. कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं ने इस पहल की सराहना की और इसे सशक्त समाज के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है