मधुबनी.
डीएम अरविंद कुमार वर्मा की अध्यक्षता में शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षात्मक बैठक हुई. मौके पर डीएम ने संस्थागत प्रसव में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी रहिका, पंडौल एवं मधवापुर से स्पष्टीकरण के साथ साथ वेतन स्थगित करने का निर्देश दिया. बीते माह स्वास्थ्य विभाग के सभी मानकों में ओवर ऑल प्रदर्शन में निम्न प्रदर्शन करने वाले लौकही, मधवापुर एवं लखनौर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को डीएम ने प्रदर्शन में सुधार करने की चेतावनी दी.दिया गया आवश्यक निर्देश :
डीएम की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में डीएम ने कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिया. डीएम ने उपाधीक्षक एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को संस्थागत प्रसव संख्या में बढ़ोतरी करने का निर्देश दिया है. चौथे एएनसी एवं संस्थागत प्रसव की समीक्षा करते हुए दोषी आशा, स्वास्थ्य कर्मियों एवं बिचौलिया पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया. इसी प्रकार संचालित अवैध नर्सिंग होम, क्लिनिक, पैथोलॉजी, अल्ट्रासाउंड का विशेष अभियान चलाकर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति में एक भी अवैध नर्सिंग होम, क्लिनिक, पैथोलॉजी एवं अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालित नहीं हो इसे सुनिश्चित करें. डीएम ने कहा कि जिले के स्वास्थ्य संस्थानों में दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवश्यक मात्रा में दवा इंडेंट किया गया है अथवा नहीं इसकी जानकारी रखें. दवा की कमी रहने की स्थिति में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी जिम्मेवार होंगे.किसी भी परिस्थिति में मरीजों को दवा बाहर से क्रय नहीं करना पड़े. डीएम ने कहा कि कुछ स्वास्थ्य संस्थान जिला दवा भंडार में उपलब्ध दवा का समय से उठाव नहीं करते है, जो गंभीर मामला है. डीएम ने उपस्थित सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए सभी विद्यालयों के साथ-साथ सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी बच्चों का पूर्ण रूप से स्क्रीनिंग करें. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से संबद्ध आयुष चिकित्सकों से कोई अन्य कार्य नहीं लिया जाए, ताकि क्षेत्र स्तर पर बच्चों के स्वास्थ्य जांच का दायरा बढ़ाया जा सके. स्वास्थ्य विभाग के उपस्थित जिला स्तरीय पदाधिकारियों एवं सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को अवैध नर्सिंग होम एवं अल्ट्रासाउंड केंद्रों को लेकर लगातार जांच अभियान चलाते रहने के साथ ही दोषी पाए जाने पर उनके विरुद्ध त्वरित करवाई करने का निर्देश दिया. बैठक में सिविल सर्जन डॉ हरेंद्र कुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, डीएमओ दया शंकर सिंह, डीपीएम पंकज कुमार, डीपीओ आईसीडीएस, जिला स्वास्थ्य समिति के सभी सलाहकार, सभी स्वास्थ्य अधीक्षक, उपाधीक्षक, जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, अस्पताल प्रबंधक एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक उपस्थित थे.
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