Nepal Protest: मधुबनी. नेपाल आंदोलन से सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों में दहशत है. लोग रात जागकर गुजार रहे हैं. बाजारों में वीरानी छायी है. नेपाल के अधिकांश सरकारी कार्यालय या तो बंद हैं या फिर वहां पर वीरानी छायी है. हालात यह है कि इनर्वा सेना प्रहरी चौकी पूरी तरह खाली है. एक भी जवान यहां पर नहीं है. इसी प्रकार सिरहा भंसार कार्यालय से भी सेना के जवानों ने चौकी को खाली कर दिया गया है. जबकि इनर्वा रेलवे स्टेशन को हालात के भरोसे छोड़ कर्मचारी भाग चुके हैं. कार्यालय के हर कमरे में ताला लगा है. एक परिंदा तक रेलवे स्टेशन पर नजर नहीं आ रहा.
कहां क्या हो जाएगा नहीं पता
बुधवार को नेपाल में रेलवे का इनरवा स्टेशन पूरी तरह वीरान पड़ा था. स्टेशन पर ना कोई यात्री ना स्थानीय लोग और ना ही कोई सुरक्षा बल नजर आए. जेन जेड आंदोलन के डर से पूरे स्टेशन को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है. स्टेशन पर एक भी सुरक्षा बल नहीं देखने को मिला. स्थानीय लालबाबू यादव स्टेशन के बाहरी फर्श को साफ करते दिखे. उन्होंने बताया कि नेपाल में भड़के हिंसा के कारण कोई नहीं है. हम यहां भैंस चराने आए हैं तो थोड़ा आराम कर लेते हैं. उन्होंने बताया कि गांव के लोग भी घर से बाहर नहीं निकलना चाह रहे हैं. लोगों के अंदर डर है कि कहां क्या हो जाएगा नहीं पता.
सीमावर्ती गांवों में रहा सन्नाटा
भारत से सटे नेपाल के धनुषा जिला के इनरवा गांव में भी पूरी तरह सन्नाटा पसरा है. जहां अन्य दिनों दोनों देशों के नागरिकों का दिन भर आना जाना लगा रहता था. नेपाल में जेन जेड आन्दोलन के कारण आलम यह है कि दोनों ही देशों के नागरिक सहमें हुए है. हालांकि तराई क्षेत्र में आन्दोलन का अधिक प्रभाव तो नहीं रहा लेकिन लोग खुद एहतियात बरत रहे हैं. स्थिति ऐसी है कि नेपाल के इनरवा स्थित प्रहरी नेपाल का थाना खाली कर दिया गया है. जहां नेपाल पुलिस के जवान हमेशा मुस्तैद रहते थे वहां सन्नाटा पसरा था. यहां पुलिस के साथ ही नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल भी नहीं देखने को मिला. स्थानीय लोग भी अपने घरों में सिमट गये थे. किसी तरह का कोई चहल पहल नहीं था.

