लखनौर. रहीटोल गांव में पिछले शनिवार की रात हुई भीषण डकैती को ””””चोरी”””” की घटना बताना थाने की पुलिस का अब महंगा साबित हो रहा है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार ने बुधवार को स्वयं घटनास्थल का निरीक्षण किया और संबंधित थानाध्यक्ष से स्पष्टीकरण मांगा. साथ ही झंझारपुर एसडीपीओ को जांच की जिम्मेदारी सौंपी. पीड़ित अशोक महतो व उनके भाई सुनील महतो ने बताया कि रात्रि लगभग 12:30 बजे 10 से 15 की संख्या में नकाबपोश व हथियारबंद अपराधियों ने उनके घर पर धावा बोल दिया. महिलाओं से आभूषण लूटे लिये, परिजनों के साथ मारपीट की गयी और सभी को बंधक बनाकर लगभग आधे घंटे तक जमकर लूटपाट की. अपराधियों ने आलमारी तोड़कर नकदी व जेवरात समेट लिये. अशोक महतो के अनुसार लगभग सात लाख रुपये की संपत्ति लूटी गयी. वहीं, सुनील महतो के घर से भी दो लाख रुपये मूल्य की संपत्ति लूटने की बात सामने आयी. घटना के समय घर में विवाह उपरांत रुके रिश्तेदार भी मौजूद थे, जो इस हमले का शिकार बने. जब पीड़ित ने इस मामले की प्राथमिकी दर्ज कराया, तो पुलिस ने इसे ”चोरी” की धाराओं में दर्ज किया, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया. पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार ने इस मामले को लेकर मौके पर पहुंचकर पीड़ितों से बातचीत की और स्पष्ट किया कि यह एक डकैती की घटना है. जिसे चोरी नहीं कहा जा सकता. उन्होंने कहा कि संबंधित थानाध्यक्ष से जवाब तलब किया गया है और जांच पूरी होने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.एसपी ने डकैती के उद्भेदन के लिए विशेष टीम का गठन किया है. एक संदिग्ध अपराधी को हिरासत में लिया गया है, जिससे पूछताछ की जा रही है. उन्होंने भरोसा जताया कि जल्द ही घटना का खुलासा कर सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. घटना और पुलिस की लापरवाही से क्षेत्र में दहशत का माहौल है.
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