झंझारपुर. प्राथमिक विद्यालय पिपरा मधेपुर में विस्तार व्याख्यान का आयोजन मधेपुर शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय द्वारा किया गया. जिसका विषय एक्टिविटी बेस्ड लर्निंग (एबीएल) या गतिविधि-आधारित शिक्षण, शिक्षा का एक तरीका है. इसमें छात्रों को विषय-वस्तु सीखने के लिए अलग-अलग गतिविधियों में शामिल किया जाता है. इस तरह छात्र सीखने की प्रक्रिया में सक्रिय रूप से शामिल होते हैं. कार्यक्रम का आरंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सैफुल्लाह खान, विधालय के प्रधानाध्यापक बिन्देश्वर प्रसाद, सहायक प्राध्यापक बिमलेश कुमार सिंह, सुशील कुमार राय, गौड़ी शंकर ठाकुर, रिंकु कुमारी, विकास कुमार सुमन व अन्य द्वारा सामूहिक रूप किया. प्राचार्य डॉ. सैफुल्लाह खान ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक बिंदेश्वर प्रसाद को परंपरा के अनुसार पुष्प गुच्छ भेट कर उनका स्वागत किया. प्राचार्य ने बताया कि इससे छात्रों को सीखने में दिलचस्पी बढ़ती है. छात्रों को यथार्थवादी समस्याओं का सामना करने और उन्हें हल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. वरिष्ठ प्राध्यापक बिमलेश कुमार सिंह ने गतिविधि-आधारित पाठ्यक्रम का फोकस रचनात्मक कार्यों और गतिविधियों के माध्यम से अपने छात्रों को कौशल और ज्ञान सिखाना है. ये गतिविधियां क्रॉस-करिकुलर हो सकती हैं. आमतौर पर रचनात्मक परियोजना, स्वतंत्र शिक्षण कार्य या समूह गतिविधि शामिल हैं. गतिविधि-आधारित पाठ्यक्रम खेल के माध्यम से सीखने पर भी ध्यान केंद्रित कर सकता है. सहायक व्यख्याता रिंकु कुमारी ने कहा कि बच्चों को रचनात्मक सोच कौशल विकसित करने में मदद करता है. मंच संचालन महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक सुशील कुमार राय ने किया. धन्यवाद प्रस्ताव डीएलएड के व्याख्याता विकास कुमार सुमन ने किया.
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