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शिशु वार्ड में घंटों डाॅक्टर नहीं होने से परिजनों को परेशानी
मामला ओपीडी के शिशु वार्ड का मधुबनी : सदर अस्पताल में अपने बच्चों का उपचार कराने आये परिजनों को घंटों इंतजार करना पड़ा. ओपीडी में चिकित्सक के नहीं रहने से परिजनों को काफी कठिनाई हुई. तेज धूप व गरमी के कारण बच्चे परेशान दिख रहे थे.घंटो इंतजार के बाद ओपीडी में आये चिकित्सकों ने बच्चों […]
मामला ओपीडी के शिशु वार्ड का
मधुबनी : सदर अस्पताल में अपने बच्चों का उपचार कराने आये परिजनों को घंटों इंतजार करना पड़ा. ओपीडी में चिकित्सक के नहीं रहने से परिजनों को काफी कठिनाई हुई. तेज धूप व गरमी के कारण बच्चे परेशान दिख रहे थे.घंटो इंतजार के बाद ओपीडी में आये चिकित्सकों ने बच्चों का इलाज किया. परिजनों ने शिशु वार्ड के कर्मियों पर दुर्व्यवहार का भी आरोप लगाया है.जानकारी के अनुसार अरेर निवासी राजीव गुप्ता व रानी गुप्ता अपने 11 माह के पुत्र लक्ष्य,
कोइलख निवासी अशोक झा व मीनू का अपने पांच वर्षीय पुत्र अंश व 3 वर्षीय पुत्री परी, डुमरियाही निवासी खलील व रविना खातून अपने 2 वर्षीय पुत्री सरीना खातून को शिशु वार्ड में इलाज कराने आये थे. उक्त परिजनों ने वार्ड के कर्मियों पर जहां दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया वहीं वार्ड से चिकित्सक के चले जाने से उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. साथ ही छोटे-छोटे बच्चों के साथ लगभग 4
घंटे इंतजार के बाद चिकित्सक ने उनके बच्चे को जांच पड़ताल की. ज्ञात हो कि ओपीडी में चिकित्सक को रोस्टर के अनुसार 08 बजे सुबह से 2 बजे दोपहर तक रहना है. इस बाबत चिकित्सक ने बताया कि सीएस द्वारा आयोजित मिटिंग में शामिल होने के लिए कुछ समय के लिए गया था. वहीं कर्मियों द्वारा बताया गया कि यहां ओपीडी में प्रतिदिन सैकड़ों मरीज आते है. और यहां न तो महिला पुलिस कर्मी को तैनाती नहीं है. लिहाजा मरीजों के परिजनों द्वारा आपाधापी की जाती है. प्रत्येक मरीज को पहले करवाने की जल्दबाजी रहती है.
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