मधुबनी : दरभंगा प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक अमीत कुमार जैन ने गुरुवार को समाहरणालय के पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जिलें में घटित जघन्य अपराध एवं आर्थिक अपराध की समीक्षा की. ननबैंकिग से संबंधित फ्राड के मामले, प्रमादी मिलर की गिरफ्तारी,
आपराधिक घटनाओं में हुए हत्या एवं डकैती से संबंधित मामलों की समीक्षा करते आइजी श्री जैन पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि नामजद आरोपी को गिरफ्तार करें अन्यथा उनके विरुद्ध न्यायालय से कुर्की जब्ती का आदेश प्राप्त कर कुर्की जब्ती करें. आइजी ने पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि सुरक्षा के मामले में किसी भी तरह की कोताही बरदाश्त नहीं की जायेगी. थाना क्षेत्रों में घटने वाली क्राइम की घटना का जिम्मेदार थानाध्यक्ष को माना जायेगा.
दरभंगा में सड़क निर्माण कंपनी के दो इंजीनियरों की हुई हत्या को देखते हुए आइजी ने जिले के पांच अनुमंडल के पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि सड़क निर्माण के कार्य में जुड़े अभियंता, सड़क निर्माण कंपनी व बड़े ठेकेदारों के सुरक्षा की जिम्मेदारी थानाध्यक्षों की है. ऐसे अंवाछित तत्व की शिकायत अगर आती है जो इन कर्मियों से रंगदारी अथवा दबंगई करते हो तो ऐसे लोगों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करें. किसी भी सूरत में ऐसे लोगों के प्रति पुलिस हल्का में न लें.
उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों से आने वाले अपराधी तत्व पर भी नजर रखने का निर्देश एसडीपीओ को दिया. एक जनवरी को नया वर्ष के आगमन पर मंदिरों एवं पिकनिक स्पॉट पर भी विशेष चौकसी बरतने का आइजी ने निर्देश दिया. आइजी के समीक्षा में पुलिस अधीक्षक अख्तर हुसैन, एएसपी अजय कुमार पांडेय, सदर एसडीपीओ कुमार इंद्र प्रकाश, झंझारपुर, जयनगर, फुलपरास एवं बेनीपट्टी के एसडीपीओ सहित सभी पुलिस निरीक्षक व थानाध्यक्ष मौजूद थे.