मोहिउद्दीननगरः बिहार सरकार के समाज कल्याण मंत्री परवीन अमानउल्लाह ने गुरुवार को प्रखंड के सिवैसिंगपुर व राजाजान पंचायत के 9 आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया. इस दौरान मंत्री ने केंद्र संख्या 14,15,16,17,20,22,23,29 व 132की गहन समीक्षा की. जिसमें कई खामियां सामने आयी. जिस पर मंत्री बिफर पड़ी.
मंत्री ने बताया कि केंद्र संख्या 14,15 व 132 बंद मिला. केन्द्र संख्या 29 राजाजान में शिक्षा बिल्कुल ठीक नहीं मिली. केंद्र में गंद्गी,बच्चों की सफाई, कोई सूची व टीएचआर पंजी के साथ मेनू की जानकारी भी सेविका को नहीं थी. लोगों से पूछताछ में कई शिकायतें मिली. जांच के दौरान मंत्री ने सीडीपीओ से पूछताछ के बाद उसका कार्यालय सील कर दिया.
मंत्री ने बच्चों के संवारे बाल
मंत्री ने राजाजान में केंद्रों के निरीक्षण के दौरान स्वंय कंघी लेकर कई बच्चों के बाल संवार कर सेविका को इसकी नसीहत देते हुए आगे से बच्चों को व्यवस्थित रखने का टास्क दिया. इसे देखकर आम लोगों और बच्चों में काफी खुशी देखी गयी.
सीडीपीओ कार्यालय की हुई जांच
इसके बाद मंत्री ने सीडीपीओ कार्यालय पहुंच कर जांच की. मंत्री ने कई संचिकाएं तलब की तो सीडीपीओ सुनीता कुमारी ने आलमीरा की चाबी महिला सुपरबाइजर के पास होने की जानकारी दी. जिस पर सीडीपीओ को मंत्री ने जमकर क्लास ली. इसके बाद मंत्री की ओर से किये गये प्रश्नों को सुनते ही सीडीपीओ की आंखों में आंसू तैरने लगे. इसके बाद बीडीओ ने कई प्रश्नों पर सीडीपीओ का पक्ष रख. जिसके बाद मंत्री थोड़ी संतुष्ट हुई. मौके पर असिस्टेंट डायरेक्टर अख्तरवासी, सहायक अक्षय कुमार, किशोर कुमार के अलावे कई अधिकारी व सुरक्षा बल थे.
मंत्री ने कहा, होगी कार्रवाई
निरीक्षण पत्रकारों को संबोधित करते हुए मंत्री ने केंद्रों की मौजूदा स्थिति पर असंतोष जताया. मंत्री ने स्पष्ट बताया कि सीडीपीओ सुनीता कुमारी सहित चार सेविकाओं पर कार्रवाई होगी. जिसके लिए डीपीओ समस्तीपुर को लिखा जायेगा. इसके बाद संबंधित अधिकारी व सेविकाओं से स्पष्टीकरण पूछा जायेगा.
कमेटी का होगा गठन
मंत्री ने कहा कि बिहार में 40 हजार केंद्र खोले जायेंगे. पूर्व से बने केंद्रों के भवन के लिए लैंड बैंक बनाया जा रहा है. उसके बाद भवन निर्माण की प्रक्रिया आरंभ कर दी जायेगी. संचालन व इसका लाभ शतप्रतिशत बच्चों को देने के लिए हाल में कानून बनाये गये हैं. जिसके तहत हर कें द्र के पोषक क्षेत्र के बच्चों के अभिभावकों को की कमेटी बनायी जायेगी. कमेटी केंद्र की देखभाल करेगा. इस लाभुक सभा में सर्व सम्मति से 5 सदस्यीय अंकेक्षण व निगरानी समिति का गठन होगा. योजना को धरातल पर उतारने को लेकर कवायद जारी है.