मधुबनी : लोक सभा चुनाव में वोटिंग प्रतिशत बढाने के लिये इस बार प्रशासन हर प्रकार की पहल कर रहा है. पेंटिंग प्रतियोगिता, रंगोली, दिव्यांगो के बीच प्रतियोगिता, जागरूकता रथ से लेकर अन्य कइ प्रकार के कार्यक्रम किये जा रहे हैं. इसमें जीविका दीदियों ने भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया है. मिली जानकारी के अनुसार अब तब जीविका समूह के द्वारा 729 जगहों पर मेंहदी रचाओ कार्यक्रम किया गया है. इस अभियान में 39000 स्वयं सहायता समूह के करीब 4 लाख 50 हजार सदस्य सक्रिय हो गये हैं.
जहां जैसे लोग वहां उस प्रकार के कार्यक्रम . इस साल लोक सभा चुनाव में वोट फीसदी बढ़ाने को जिला प्रशासन ने एक अभियान के रूप में लिया है. जिलाधिकारी के आदेश पर इसके लिये स्वीप कोषांग का गठन किया गया है. जिसमें कई संगठन को जोड़ा गया है. इसमें जीविका समूह को सबसे सशक्त माध्यम माना जा रहा है.
जीविका से मिली जानकारी के अनुसार जीविका समूह उन 3 जगहों को विशेष तौर पर चिन्हित कर रही है, जहां पर बीते लोक सभा चुनाव में वोट फीसदी काफी कम थी. बाबूबरही प्रखंड, अंधराठाढ़ी प्रखंड सहित अन्य कई प्रखंडों के दर्जनों बूथ इस लिस्ट में है. यहां पर जीविका ग्राम संगठन के सदस्य पहुंच कर लोगों को वोटिंग करने के लिये प्रेरित कर रहे है.
मतदान करने के लिए कर रहे प्रेरित . जीविका दीदियों का इस साल का मेंहदी के बहाने मतदान कार्यक्रम काफी सराहनीय माना जा रहा है. जीविका दीदी ग्रामीण परिवेश की महिलाओं के बीच जाकर महिला मतदाताओं के हाथो पर मेंहदी रचाती हैं और हाथों पर हर हाल में मतदान करने की बातें लिखती हैं. इसके साथ ही हर महिला को मतदान के दिन मतदान के लिये जागरूक करती हैं. जानकारी के अनुसार जीविका के 2512 ग्राम संगठन के माध्यम से 39 हजार स्वयं सहायता समूह हैं. एक समूह में कम से कम 12 सदस्य होते हैं. इस प्रकार से करीब 4 लाख 68 हजार सदस्य हैं.
मेहंदी से होता है लगाव. जीविका के डीपीएम ऋचा गार्गी ने बताया है कि मतदान करना सबों का अधिकार है. पर कुछ लोग इस अधिकार को खुद छोड़ देते हैं. इस साल जीविका की यह पहल है कि अधिक से अधिक मतदाताओं को मतदान के लिये जागरूक करें. इस दिशा में लगातार पहल की जा रही है. मेंहदी से महिलाओं का विशेष तौर पर लगाव होता है. इससे हम एक साथ महिलाओं के साथ घंटों बैठकर बातें कर पाती हैं. जो बहुत ही सार्थक पहल माना जा रहा है. हम अपनी बातों को सहजता से उन तक पहुंचा रहे हैं.