मधेपुरा .
बढ़ते क्राइम ग्राफ पर नजर डाले तो सूबे के असुरक्षित जिलों की सूची में अब मधेपुरा का नाम भी शुमार होने वाला है. जिले में दिन प्रतिदिन आपराधिक घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर पुलिस प्रशासन नकेल कसने में नाकाम साबित हो रही है. इसके कारण आमलोगों को पुलिस प्रशासन पर से भरोसा उठता और अपराधियों का आमलोगों में भय बढ़ता नजर आ रहा है. हालांकि पुलिस प्रशासन ने बीते कुछ महीनों से चौकसी जरूर बढ़ा दी है. इसके बावजूद आपराधिक गतिविधियां थमने के बजाय निरंतर बढ़ रही है.खुलेआम घुम रहे अपराधी
यह पुलिस की आपराधिक गतिविधियों के खिलाफ नकेल कसने में बरती गयी लापरवाही का ही नतीजा है. अपराधी अपराध करके खुलेआम घूमते हैं और पुलिस उन्हें पकड़ नहीं पाती है. इन दिनों खाकी की कम होती रंगत जन सामान्य के बीच चर्चा का विषय बनने लगी है. आपराधिक घटनाएं का ग्राफ लगातार बढ़ा है, जिसमें हत्या, अपहरण, घरेलू विवाद, चोरी, गृह भेदन, डकैती, दहेज के लिए हत्या समेत विविध में कई मामले दर्ज हैं, जिसका ग्राफ दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है.केस स्टडी एक
तीन मार्च, 2025 की सुबह, मुरलीगंज के राहिका टोला, वार्ड तीन में मनोज कुमार झा 27 वर्षीय बेटी हिना कुमारी के साथ बाइक चला रहे थे, जब वे एनएच 107 पर बुधमा चौक के पास थे, तो दूसरी बाइक पर सवार दो लोगों ने हिना को पीछे से गोली मार दी. उसे रीढ़ की हड्डी में गोली लगी, जिससे हड्डी टूट गई. स्थानीय लोगों ने तुरंत कार्रवाई की और उसे आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान की, लेकिन खेदजनक रूप से डॉक्टरों ने हिना को मृत घोषित कर दिया.केस स्टडी दो
एक अन्य चौंकाने वाली घटना में तीन मार्च की देर रात पुरैनी क्षेत्र में एक दूधवाले प्रवेश यादव को रात में गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गयी.असुरक्षित महसूस कर रहे लोग
इन गतिविधियों के कारण मधेपुरा और उसके आसपास के लोग खुद को असुरक्षित महसूस करने लगे हैं. पुलिस प्रशासन पर भी शांति व्यवस्था नहीं रखने का आरोप लग रहा है. स्थानीय लोग अपराधियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी और सुरक्षा व्यवस्था के सुदृढीकरण की मांग कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है