दरभंगा/मधेपुरा. शहर के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में दिल्ली मोड़ के निकट फोरलेन के फ्लाइ ओवर पर रविवार की अहले सुबह उस समय कोहराम मच गया, जब अचानक उठी चीख-पुकार ने आसपास के सोये पड़े मोहल्लावासियों की नींद तोड़ दी. लोग आंख मलते हुए घटनास्थल की ओर दौड़े. वहां का मंजर देख पैरों तले की जमीन खिसक गयी. सड़क के बीचोंबीच क्षतिग्रस्त वाहन में लोग फंसे हुए थे. चारों ओर अफरा-तफरी का माहौल था. खून से सनी सड़क और मदद के लिए तड़पते घायल लोगों को देखते ही वहां मौजूद लोगों का दिल दहल उठा. स्थानीय लोग बिना समय गंवाये वाहन में फंसे लोगों को निकालने में जुट गये. किसी ने पुलिस को सूचना दी, तो कोई एंबुलेंस बुलाने में लग गया. हालांकि, तबतक तीन लोग अंतिम सांस ले चुके थे. मरने वालों में मौसा उमेश कुमार, मामा निर्मल यादव और किराये के वाहन चालक चंदन शामिल थे. हादसा इतना भयानक था कि वाहन का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. परिजनों के अनुसार, परिवार बीमार विभा देवी का पटना में इलाज कराकर घर लौट रहा था. गुड्डू अपनी मां को उपचार के लिए परिवार के साथ पटना गया था. उसे क्या पता था कि घर वापसी के दौरान उसकी दुनिया ही उजड़ जायेगी. विभा देवी के पैर की हड्डी टूट गयी. गुड्डू उसकी इलाज के लिए रात भर अस्पतालों के चक्कर लगाने के बाद जैसे-तैसे उन्हें लेकर गांव लौट रहा था. कार में मां के अलावा उसका मामा निर्मल यादव, मौसा उमेश कुमार समेत दो अन्य संबंधी व चालक थे. ये लोग सोच ही रहे थे कि सुबह होते-होते सुरक्षित घर पहुंच जायेंगे, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. दिल्ली मोड़ फ्लाईओवर पर अचानक पुल के डिवाइडर से वाहन टकराकर हवा में उछलते हुए दूसरी लेन में पलट गया. इस दौरान लोगों को संभलने का मौका भी नहीं मिला. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि हादसे की आवाज कई मीटर दूर तक सुनाई दी. लोग समझ ही नहीं पाये कि आखिर हुआ क्या है. स्थानीय लोगों की तत्परता से कुछ घायलों को समय रहते अस्पताल पहुंचा दिया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. वहीं तीन लोगों की मौत की खबर ने पूरे इलाके को शोक में डूबो दिया. मृतकों के घरों में कोहराम मचा हुआ है. परिजन बदहवास हालत में केवल यही कह रहे थे कि हम इलाज के लिए गये थे. यह नहीं सोचा था कि शव लेकर लौटना पड़ेगा. पुलिस ने वाहन को जब्त कर लिया है. हादसे के कारणों की जांच की जा रही है. प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, संभवत: तेज रफ्तार स्कार्पियो चालक द्वारा आगे चल रहे वाहन को ओवरटेक करने के दौरान यह हादसा हुआ. वहीं चालक की आंख लग जाने की वजह से दुर्घटना की भी आशंका व्यक्त की जा रही है. हालांकि, वास्तविक कारण जांच के बाद ही सामने आयेगा. एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत ने पूरे इलाके को शोक और सन्नाटे में डूबो दिया है. सुबह की इस दिल दहला देने वाली दुर्घटना ने साबित कर दिया कि सड़क पर एक छोटी-सी लापरवाही कई घरों के चिराग बुझा सकती है.
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