मधेपुरा. सदर अस्पताल परिसर में निर्मित मॉडल अस्पताल का उद्घाटन 16 मई को बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय करेंगे, जिसके बाद सदर अस्पताल को मॉडल अस्पताल में शिफ्ट कर दिया जायेगा. इसमें आइपीडी का भी संचालन होगा और अंत में ऑपरेशन थिएटर शुरू होगा. जिले के 20 लाख लोगों को मिलेगा लाभ इस बाबत सिविल सर्जन डाॅ मिथलेश ठाकुर ने बताया कि शहरवासियों के लिए अच्छी खबर है. सदर अस्पताल परिसर में बना नया मॉडल अस्पताल शुक्रवार से शुरू होने वाला है. शुक्रवार को बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय मॉडल अस्पताल का उद्घाटन करेंगे. सदर अस्पताल परिसर में लगभग 35 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक सात मंजिला मॉडल अस्पताल का निर्माण किया गया है. इस भवन का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. इस अस्पताल के चालू होने से जिले के लगभग 20 लाख लोगों को लाभ मिलेगा, खासकर 170 पंचायतों के ग्रामीणों को उन्नत स्वास्थ्य सेवायें मिलेगी. मरीजों व परिजनों को एक ही भवन में मिलेगी सारी सुविधा इस मॉडल सदर अस्पताल के तैयार होने जाने से न केवल मधेपुरा बल्कि आसपास के लोगों को भी बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलेगी. सदर अस्पताल के वर्तमान भवन में कमरे की संख्या कम रहने के कारण सदर अस्पताल में बेड की संख्या भी कम है. इसके कारण सदर अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को बेड की संख्या कम रहने के कारण परेशानी हो रही थी. इसके अलावा पैथोलॉजी जांच, एक्स-रे व दवा के लिए मरीजों व परिजनों को परेशानी होती है. अब नये भवन बनने के बाद मरीजों व परिजनों को एक ही भवन में सारी सुविधा मिलेगी. गंभीर रोगियों को नहीं होगी इलाज के लिए अन्य शहर जाने की आवश्यकता मालूम हो कि मॉडल सदर अस्पताल के निर्माण की आधारशिला बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 14 दिसंबर 2021 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रखी थी. सरकार के इस कदम से कोसी क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं में व्यापक सुधार की उम्मीद की जा रही है. नया मॉडल सदर अस्पताल अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों से सुसज्जित होगा. यहां आइसीयू, एनआईसीयू, डायलिसिस, सीटी स्कैन, एक्स-रे व पैथोलॉजी जांच जैसी उन्नत सुविधा एक ही छत के नीचे मिलेगी. इससे गंभीर रोगियों को इलाज के लिए अन्य शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. सामान्य इलाज नहीं, आपातकालीन चिकित्सा सेवा भी करायी जायेगी मुहैया मॉडल सदर अस्पताल में सिर्फ सामान्य इलाज ही नहीं, बल्कि आपातकालीन चिकित्सा सेवा भी मुहैया करायी जायेगी. दुर्घटना या गंभीर बीमारियों के मरीजों के लिए विशेष वार्ड तैयार किया गया है. इसके अलावा सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत जरूरतमंद मरीजों को मुफ्त दवा भी उपलब्ध करायी जायेगी. मधेपुरा के अलावा इस नये अस्पताल का लाभ सहरसा, सुपौल व कोसी के अन्य क्षेत्रों के लोगों को भी मिलेगा. अभी तक इन क्षेत्रों के मरीजों को उन्नत इलाज के लिए पटना या अन्य बड़े शहरों का रुख करना पड़ता था, लेकिन इस अस्पताल के बनने से अब उन्हें अपने ही जिले में बेहतरीन चिकित्सा सुविधा मिलेगी. इससे अस्पताल में नये डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्ति से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.
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