गम्हरिया.
प्रखंड क्षेत्र में गेहूं उत्पादन परखने के लिए शुक्रवार को सांख्यिकी उप निदेशक शशिकांत प्रकाश सहरसा व जिला सांख्यिकी पदाधिकारी शिवनारायण राउत, बीडीओ कृति श्री, सीओ स्नेहा सागर, प्रखंड कृषि पदाधिकारी पवन कुमार, किसान सलाहकार संजीव कुमार, अमलेश कुमार ने गेहूं की फसल कटवाकर और उसका तौल कराकर फसल उत्पादन का आकलन किया.फसलों में होने वाली कृषि उपज का आकलन करने के लिए कृषि विभाग की ओर से किसानों के खेतों में क्रॉप कटिंग करायी जाती है. वहीं बताया कि इसके तहत विभाग पूरे प्रखंड व जिला की कृषि उपज का आंकलन करता है. प्रखंड कौड़िहार तरावे पंचायत के परवाहा गांव में गेहूं की क्रॉप कटिंग करायी गयी. उसको तैयार कर उस फसल का वजन विभाग को भेजा जायेगा. बताया कि क्रॉप कटिंग के माध्यम से पैदावार का आंकलन किया जाता है. ऐसे में स्थिति साफ हो जाती है कि कितना खाद्यान्न जिले से बाहर भेजना है और कितना अन्य जगहों से जिले के लिए मंगाना है. बताया कि क्रॉप कटिंग के आधार पर खेत में 10 मीटर लंबाई व पांच मीटर चौड़ाई के आयताकार प्रयोगात्मक खंड का निर्धारण किया गया और इस खंड में लगे गेहूं के फसल की कटाई की गयी. उसी के उपज के आधार पर प्रति एकड़ व हेक्टेयर उपज आकलन जाती है. दरअसल, बिहार राज्य फसल सहायता योजना के अंतर्गत बीमित फसलों के क्षतिपूर्ति के निर्धारण एवं उत्पादकता दर को ज्ञात करने के लिए खरीफ और रबी मौसम में बीमित फसल मकई, अगहनी धान, रबी गेहूं एवं रबी मकई का पंचायत स्तरीय फसल कटनी प्रयोग आयोजित किया जाता है.
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