मधेपुरा.
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सोमवार को जिलास्तरीय उर्वरक निगरानी समिति (खरीफ 2025-26 की बैठक हुई, जिसमें जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि खरीफ 2025-26 में लगाये जाने वाले विभिन्न फसलों का अनुमानित लक्ष्य 107975.24 हेक्टर है. लक्ष्य के अनुरूप ससमय शत-प्रतिशत आच्छादन हासिल कर ली जायेगी. डीएओ ने बताया गया कि खरीफ में यूरिया 37702 एमटी लक्ष्य के विरूद्ध अद्यतन तक 21933 एमटी यूरिया जिले को उपलब्ध है. जिले में किसी भी प्रकार के उर्वरक की कोई कमी नहीं है. डीएओ ने बताया गया कि उर्वरक निरीक्षक तथा क्वूआरटी टीम द्वारा उर्वरक कालाबाजारी/रि-पैकिंग/पीओएस सत्यापन का कार्य किया जा रहा है. प्राप्त निर्देश के आलोक में खरीफ 01.04.2025 से अद्यतन में 106 प्रतिष्ठानों का अद्यतन जांच किया जा चुका है. इसमें से नौ मामलों में अनियमितता पायी गयी. उक्त संबंधित प्रतिष्ठानों से स्पष्टीकरण की मांग की गयी है. डीएम ने निर्देशित किया गया कि सभी उर्वरक निरीक्षक द्वारा अपने पंचायत/प्रखंड अंतर्गत स्थित उर्वरक प्रतिष्ठानों निरीक्षण किया जाय व छापेमारी की संख्या बढ़ाने व उर्वरक की बिक्री सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य पर करवाना सुनिश्चित किया जाय. साथ ही निर्देशित किया कि प्रखंडों से प्राप्त उर्वरक से संबंधित शिकायतों का पंजी संधारित करते हुये शिकायतों का ससमय निष्पादन करना सुनिश्चित किया जाय. आलमनगर विधान सभा क्षेत्र के विधायक-सह-उपाध्यक्ष के प्रतिनिधि मणि मंडल ने बताया कि वर्तमान में किसानों को किसी भी प्रकार की उर्वरक व बीज की कमी नहीं है. किसान बंधु भी मिट्टी की उर्वरक शक्ति बनाये रखने के लिए ढंचा की खेती करते है. बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी रीतेश रंजन, सहायक निदेशक (शष्य) मनोज कुमार, सिंहेश्वर विधान सभा के प्रतिनिधि डॉ राय बहादुर, सभी प्रखंड के प्रखंड कृषि पदाधिकारी व जिले के सभी थोक उर्वरक विक्रेता उपस्थित हुये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है