मामला चौसा प्रखंड के मोरसंडा पंचायत का
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डिजिटल इंडिया में प्लास्टिक का सहारा
मामला चौसा प्रखंड के मोरसंडा पंचायत का अगनिपीड़ित अब करेंगे ब्लॉक का घेराव चौसा : प्रखंड अंतर्गत मोरसंडा पंचायत के अमनी टोला में लगभग डेढ़ साल पहले पच्चीस परिवारों के घर आग से जल कर राख हो गये थे. अब तक इन परिवार कों सरकार की ओर से रहने के लिए एक भी परिवार को […]
अगनिपीड़ित अब करेंगे ब्लॉक का घेराव
चौसा : प्रखंड अंतर्गत मोरसंडा पंचायत के अमनी टोला में लगभग डेढ़ साल पहले पच्चीस परिवारों के घर आग से जल कर राख हो गये थे. अब तक इन परिवार कों सरकार की ओर से रहने के लिए एक भी परिवार को घर नहीं मिल पाया है. पीड़ित अपने बच्चे के साथ प्लास्टिक के नीचे रहने को मजबूर हैं. परिवार के लोगों कहते हैं कि अब हमलोगों के मेहमान आना बंद हो गया. बच्चों की शादी के लिए अतिथि नहीं आते है. क्योंकि उसके पास रहने के लिए घर ही नहीं है जिसके कारण रिश्ता करने वाले आते हैं, लेकिन वह उसका घर की स्थिति देख कर वह इनकार कर देते हैं. अब सभी को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लोग बहुत परेशानी में रहते हैं, हलांकि स्थानीय आलमनगर विधान सभा क्षेत्र के विधायक नरेंद्र नारायण यादव द्वारा अाश्वासन दिया गया था.
लेकिन दोबारा अब तब किसी प्रकार की चर्चा नहीं की गयी है. मोरसंडा पंचायत के पंचायत समिति सदस्य मुकेश कुमार के द्वारा पीड़ित परिवार को सरकार द्वारा लाभ व पुनर्वास के लिए चौसा प्रखंड कार्यालय में बीडीओ को सूचना देने के बाद भी सिर्फ एक ही बात कहते है जल्द पुनर्वास मिलेगा. लेकिन आस देखते देखते आंखें पथरा गयी है.
कहते हैं स्थानीय ग्रामीण : क्षेत्र के लोग रामदेव मुनी, संजय मुनी, पद्दो मुनी, रंजीत मुनी, रोहित मुनी, सहित कई अन्य लोग ने कहा कि पुनर्वास के लिए चौसा प्रखंड कार्यालय से लेकर अनुमंडल कार्यालय तक चक्कर लगाते रहे. लेकिन प्रशासनिक अधिकारी इस दिशा में कोई पहल नहीं कर रहे है. इससे सीधा साबित हो सकता है कि अमनी टोला के वार्ड नंबर 12 में डेढ साल पूर्व आग से दो दर्जन से अधिक लोगों के मकान बनाने के लिए सिर्फ कागजी पूनर्वास बना रह सकता है. बल्कि किसी को कोई लाभ नहीं मिल सकेगा. हमलोगों के विचार से चौसा प्रखंड के मुख्यालय पर पुनर्वास के लिए एक विशाल धरना प्रदर्शन किया जायेगा. अगर कोई सुनवाई नहीं हुई तो अनुमंडल कार्यालय तक पहुंचने की कोशिश की जायेगी. इस बाबत युवा पंचायत समिति मुकेश कुमार ने बताया कि इस मामले को लेकर काफी चर्चित रहते है कि सभी को पुनर्वास मिल सके. हर दिन बीडीओ मिथिलेश बिहारी वर्मा को सुचित करते रहते है और कभी भी नहीं कहते है सिर्फ मिलने की उम्मीद कर रहे हैं.
पीड़ित परिवार करेंगे प्रखंड कार्यालय का घेराव
पीड़ित परिवार के सदस्य दुसरी तरफ चौसा प्रखंड कार्यालय को घेराव करने की तैयारी कर रहे है. और तो और पीड़ित व्यक्ति के पास नहीं तो सरकारी खजाने का लाभ उठाने के लिए नहीं तो वोटर आई कार्ड, राशन कार्ड, आधारकार्ड, पेन कार्ड, बैंक पासबुक सहित अन्य महत्वपूर्ण कागजात अगलगी में जलकर राख हो गया था. किसी को कोई भी कागजात नहीं है. लेकिन ब्लॉक कर्मी सूचना सिर्फ एक ही देते है. सभी अपना अपना पासबुक, रासन कार्ड, जमा करने की बात करते है. परेशान हो रहे पीड़ित परिवार के सदस्य
कोसी पुनर्वास बंद कर दिया गया है. आगलगी पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से रहने के लिए घर के लिए इंदिरा आवास मुहैया कराया जायेगा.
मिथिलेश बिहारी वर्मा, प्रखंड विकास पदाधिकारी, चौसा, मधेपुरा
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