17.5 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

सात दिन बाद भी नहीं हो सका है ठीक

परेशानी. बोरिंग खराब रहने से नहीं हो रही जलापूर्ति, स्टेशन पर त्राहिमाम बोरिंग फेल रहने से रेलवे स्टेशन पर सात दिनों से पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है. इस बाबत सात दिन पूर्व मेमो दिया जा चुका है, पर मामले में अब तक पहल नहीं हो सकी है. मधेपुरा : बोरिंग खराब रहने से […]

परेशानी. बोरिंग खराब रहने से नहीं हो रही जलापूर्ति, स्टेशन पर त्राहिमाम

बोरिंग फेल रहने से रेलवे स्टेशन पर सात दिनों से पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है. इस बाबत सात दिन पूर्व मेमो दिया जा चुका है, पर मामले में अब तक पहल नहीं हो सकी है.
मधेपुरा : बोरिंग खराब रहने से पूरे स्टेशन परिसर में पानी के लिए त्राहिमाम की स्थिति है़ हाल यह है कि एसएस रूम, शौचालय, प्लेटफॉर्म, रिटायरिंग रूम समेत हर जगह पानी की आपूर्ति बंद है़ सुलभ शौचालय से लेकर ऑफिस के टायलेट, वेटिंग रूम हर जगह दुर्गंध फैल रहा है. दुर्गंध से स्टेशन परिसर में सांस लेना भी मुश्किल हो गया है. कोढ़ में खाज यह है कि स्टेशन पर लगे चापाकल में से एक चापाकल भी खराब पड़ा हुआ है़
ऐसे में लोगों की परेशानी का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है़ आलम यह है कि कभी रेल मंत्रालय के केंद्र में रहने वाला मधेपुरा आज उपेक्षा का शिकार होकर अपने उद्धारक की बाट जोह रहा है. दौरम मधेपुरा रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधा का घोर अभाव है. संपूर्ण परिसर सहित प्लेटफॉर्म और रेल पटरियों पर कूड़ा कचरा का अंबार लगा हुआ है. इस स्टेशन पर यात्रियों को शुद्ध पेयजल भी नसीब नहीं हो रहा है. प्लेटफॉर्म पर घूमते आवारा पशु और कुत्तों के कारण ट्रेन का इंतजार करते यात्री भयभीत रहते है. वहीं ट्रेन की संख्या कम रहने और समय का निर्धारण सही से नहीं रहने के कारण रहने के कारण रेल की यात्रा मधेपुरा वासियों के लिए सिरदर्द ही बनी हुई है. लंबी यात्रा करने वाले यात्री पूरी तरह सहरसा पर निर्भर हैं.
यात्री सुविधा नदारद: रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधा का घोर अभाव है. पानी और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधा के लिए यात्री इस स्टेशन पर मोहताज रहते हैं. प्लेटफॉर्म पर पेयजल की उपलब्धता के लिए दस नल लगाये गये हैं, लेकिन वर्तमान में सभी खराब हैं. स्टेशन परिसर में तीन में से एक चापाकल चालू हालत में हैं, लेकिन इस चापाकल के पास पसरी गंदगी के कारण यात्री यहां का पानी पीना मुनासिब नहीं समझते हैं. मुत्रालय और शौचालय साफ – सफाई नहीं होने के कारण बेकार पड़े हुए हैं. शौचालय की स्थिति के कारण महिला यात्रियों को काफी फजीहत झेलनी पड़ती है.
विचरण करते हैं आवारा पशु: रेलवे स्टेशन इन दिनों आवारा पशुओं का चारागाह बना हुआ है. प्लेटफॉर्म पर विचरण करते गाय, कुत्ता, बकरी और सूअर के कारण यात्री अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित रहते हैं. पानी नहीं रहने के कारण वेटिंग रूम या रिटायरिंग रूम में यात्री तो क्या रेलवे के गार्ड या टीटी भी नहीं रुक पा रहे है. उन्हें भी आगे या पीछे के स्टेशन पर जन सुविधा तलाशनी पड़ती है.
स्टेशन के अधिकारी व कर्मी भी परेशान
रेलवे स्टेशन के बोरिंग के फेल होने की वजह जानकार घटता जल स्तर बताते हैं. इस बोरिंग से दो पानी की टंकी जुड़ी हुई थी़ इन पानी की टंकियों के माध्यम से ही पूरे स्टेशन परिसर में पानी की सप्लाई होती थी़ पेयजल से लेकर शौचालय तक में पानी की सप्लाई चार दिनों से नहीं होने पर स्थिति नारकीय हो गयी है़ यहां तक की सुलभ शौचालय में भी पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है़ इससे यात्रियों को असुविधा हो रही है़ वहीं रेलवे स्टेशन के अधिकारी एवं कर्मचारियों को भी शौचालय के लिए आस-पास के रेलवे क्वार्टर का सहारा लेना पड़ रहा है़ सात दिन पूर्व भी अधिकारियों को बोरिंग ठीक कराने के लिए मेमो दिया गया था, लेकिन आज तक बोरिंग की स्थिति जस की तस है.
अधिकारी आयेंगे तो होगी सफाई : मधेपुरा रेलवे स्टेशन परिसर में साफ-सफाई का अभाव है. स्थानीय दुकानदार बताते हैं कि वरीय अधिकारी के आगमन पर ही स्टेशन की साफ सफाई की जाती है. इस कारण स्टेशन के मुख्य पथ सहित परिसर और प्लेटफॉर्म पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है. रेल पटरी और प्लेटफॉर्म के फैले मलमूत्र के कारण वहां से उठने वाली बदबू यात्रियों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है. प्रतीक्षालय के दीवारों पर पान-गुटका के पीक भरे हुए हैं. प्लेटफॉर्म पर स्थित मुत्रालय की सफाई नहीं होने के कारण प्लेटफॉर्म पर पेशाब बहता रहता है. यात्री नाक पर रूमाल रख कर ट्रेन की प्रतीक्षा करते हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें