Advertisement
भ्रष्टाचार से मुक्ति मानवता के लिए अनिवार्य: डॉ अशोक
मधेपुरा : भूपेंद्र नारायण मंडल विवि अंतर्गत मधेपुरा कॉलेज मधेपुरा में आयोजित दो दिवसीय सेमिनार के अंतिम दिन विश्व स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर विस्तार से चर्चा की गयी. चिंतकों व विचारकों ने इसके निदान पर प्रकाश डाला. सेमिनार के संयोजक सह प्राचार्य डाॅ अशोक कुमार ने कहा कि आज भ्रष्टाचार विश्वव्यापी […]
मधेपुरा : भूपेंद्र नारायण मंडल विवि अंतर्गत मधेपुरा कॉलेज मधेपुरा में आयोजित दो दिवसीय सेमिनार के अंतिम दिन विश्व स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर विस्तार से चर्चा की गयी.
चिंतकों व विचारकों ने इसके निदान पर प्रकाश डाला. सेमिनार के संयोजक सह प्राचार्य डाॅ अशोक कुमार ने कहा कि आज भ्रष्टाचार विश्वव्यापी हो गया है, यू कहें कि सर्वव्यापी एवं सर्वग्रासी मुद्दा बन गया है. इसका राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, प्रशासनिक, शैक्षिक एवं जनसंचारीय संदर्भ है. इसका संबंध नैतिक मूल्यों से भी है, लेकिन पूंजीवाद, औद्यौगिक और भौतिकवादी व्यवस्था में नैतिक मूल्यों का कोई अर्थ नहीं है. जीवन के चार पुरुषार्थ यानि अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष में सर्वाधिक महत्ता अर्थ को ही प्राप्त है. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार आज एक तरह से शिष्टाचार का पर्याय सा बन गया है.
भ्रष्टाचार से मुक्ति लोकतांत्रिक मूल्यों एवं मानवता के लिए अनिवार्य है, पर इससे मुक्ति आचरण की शुद्धता और निष्कामता से संभव नहीं है, क्योंकि अर्थ जीविका का मूल्य है. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार से मुक्ति अर्थ, धर्म और काम के समन्वित भोग से ही संभव है. भ्रष्टाचार से मुक्ति के लिए मानव सेवा भी एक माध्यम है. सेमिनार में देश भर के वक्ताओं ने कहा कि भ्रष्टाचार समाज के हर अंग में व्याप्त है. व्यापक पैमाने पर व्याप्त भ्रष्टाचार के एक नहीं अनेक कारण हैं. समाज में धन का बड़ा भाग कुछ ही लोगोंके हाथों में सीमित है. वक्ताओं ने कहा कि सामाजिक कुरीतियों को दूर किये बिना भ्रष्टाचार का निवारण नहीं हो सकता है.
भ्रष्टाचार को मिटाना सरल नहीं है, जब तक कोई इमानदार शासक प्रबल इच्छा शक्ति से भ्रष्टाचार के गढ़ को नहीं तोड़ेगा, तब तक इसे सहना होगा. इसके लिए शिक्षकों, कलाकारों और साहित्यकारों में अलख जगाना होगा. वक्ताओं ने कहा कि यदि भ्रष्टाचार दूर नहीं हुआ तो भ्रष्टाचारी देश को बेच कर इंग्लैंड, अमेरिका कहीं भी भाग सकता है.
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सब कुछ भुला कर देशावासियों को एकजुट होना होगा.सेमिनार में प्रो सचिंद्र महतो, प्रो सच्चिदानंद यादव, डाॅ भूपेंद्र मधेुपरी, रानीगंज के प्राचार्य डॉ अशोक कुमार आलोक, डॉ नूतन आलोक, डॉ अजय कुमार, डॉ आलोक कुमार,, डॉ अरुण कुमार, डॉ वीणा कुमारी, डॉ अमोल राय, डॉ विनय कुमार चौधरी आदि मौजूद थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement