बिहार में साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव होना है. इससे पहले एक बार फिर से प्रदेश में माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है. दरअसल, सीतामढ़ी जिले में असामाजिक तत्वों ने महाशिवरात्रि की रात सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की नियत से एक मंदिर परिसर में प्रवेश कर मूर्तियों के साथ छेड़छाड़ की तथा झोपड़ीनुमा घर को आग के हवाले कर दिया. घटना की जानकारी मिलते ही जिले के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए और किसी भी तरह की अनहोनी होने की आशंका को रोक दिया.

आरोपियों के खिलाफ करेंगे कार्रवाई: जिला प्रशासन
मंदिर परिसर में हुई इस घटना के बाद एक तरफ जहां लोग गुस्से में थे. वही पुलिस के आला अफसरों ने लोगों को ऐसे तत्वों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई का भरोसा देकर मामला शांत करने की कोशिश की. मीडिया से बात करते हुए जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह पूरी घटना परमानंदपुर गांव की है, जहां एक शिव मंदिर में रात बदमाश घुस गए और भगवान गणेश और भगवान कार्तिक की मूर्तियों को मंदिर से निकालकर बाहर फेंक दिया. सुबह जब लोगों को इसकी जानकारी मिली तो स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. डुमरा थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है. आरोपियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी.

सौहार्द बिगाड़ने के लिए घटना को दिया गया अंजाम: DSP
सीतामढ़ी नगर के पुलिस उपाधीक्षक रामा कृष्णा ने गुरुवार को बताया कि बुधवार की रात डुमरा थाना क्षेत्र के परमानंदपुर गांव में शिव पार्वती मंदिर के पास शरारती तत्वों ने एक झोपड़ी में आग लगा दी है. इस झोपड़ी में कोई रहता नहीं है. मंदिर के बाहर भगवान गणेश और भगवान कार्तिक की छोटी मूर्तियों को स्थापित स्थान से हटा दिया गया है. उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि बदमाशों ने आपसी सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य से ऐसी घटना को अंजाम दिया है.
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