Tourist Place In Bihar: बिहार सरकार द्वारा राज्य में टूरिज्म को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है. राजगीर, गयाजी, कैमूर, रोहतास के बाद अब लखीसराय जिले को टूरिस्ट हब के रूप में डेवलप किए जाने की तैयारी है. सरकार की तरफ से करीब 23 करोड़ 24 लाख रुपए की मंजूरी दी गई है. भवन निर्माण विभाग की तरफ से टेंडर भी जारी कर दिया गया है.
बौद्धकालीन अवशेषों से भरा है लाली पहाड़ी
जानकारी के मुताबिक, लखीसराय की ऐतिहासिक लाली पहाड़ी को अब पर्यटन के दृष्टि से डेवलप किया जायेगा. यह जगह बौद्ध महाविहार के अवशेषों के लिए मशहूर और पर्यटकों को आकर्षित भी करता है. दरअसल, लाली पहाड़ी शहर के वार्ड नंबर 33 जयनगर में स्थित है. यह जगह बौद्धकालीन अवशेषों से भरा है. खास बात यह भी है कि लाली पहाड़ी की खुदाई की गई तो पता चला था कि यह महिला बौद्ध भिक्षुओं का एक साधना केंद्र था. इसे श्रीमद् धम्म विहार के नाम से भी जाना जाता था.
कई प्राचीन वस्तुएं मिली
लाली पहाड़ी की खुदाई के दौरान कई प्राचीन वस्तुएं मिली थी. इसके साथ ही राजकीय पुरास्थल घोषित जिले के चानन प्रखंड में बिछड़े और घोसीकुंडी पहाड़ भी बौद्ध धर्म से जुड़े ऐतिहासिक महत्व का प्रतीक माना जाता है. इतना ही नहीं इस पहाड़ी पर शेलोकृत मनोती स्तूप, भगवान विष्णु, वैष्णवी के साथ-साथ महिसासुर मर्दनी खंडित मूर्तियां और मौर्य काल की ईंटें मिली हैं.
पर्यटकों का बढ़ेगा आवागमन
मालूम हो लाली पहाड़ी पर खुदाई कार्य में मिले बौद्ध महाविहार के स्वरूप और कई महत्वपूर्ण पुरातात्विक अवशेषों के मिलने से सीएम नीतीश कुमार ने जिला में एक भव्य संग्रहालय के निर्माण कराये जाने की घोषणा की थी, जो अब साकार हो लोगों को जिले के विभिन्न भागों में मिले पुरातात्विक अवशेषों का दर्शन करा रही है. इसके साथ ही कई तरह के कार्यक्रमों का भी संचालन करा रही है. अब लाली पहाड़ी पर पर्यटन सुविधाओं के विकास होने से निश्चित ही जिले में पर्यटकों का आवागमन बढ़ेगा.
Also Read: Ration Card Bihar: बिहार में इस दिन से बनेगा राशन कार्ड, ऑनलाइन आवेदन के लिए तैयार कर लें कागजात

