ठेकेदारों व विभागीय पदाधिकारियों की लापरवाही से रुके पड़े निर्माण कार्य, जर्जर सड़कों से गुजरने को मजबूर आमजन
पीरीबाजार. पीरीबाजार क्षेत्र में इन दिनों ग्रामीण कार्य विभाग व ठेकेदारों के बीच सड़क निर्माण योजनाओं को लेकर खेल जारी है. कहीं केवल योजना का बोर्ड लगाकर कार्य का नामोनिशान तक नहीं है, तो कहीं बिना बोर्ड लगाए ही आधा-अधूरा कार्य छोड़ ठेकेदार नदारत हैं. कई जगह तो योजना बोर्डों पर कार्य प्रारंभ व समाप्ति की तिथि तक दर्ज नहीं की गयी है, जिससे पूरे क्षेत्र में पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं.थाना क्षेत्र के अंतर्गत पीरीबाजार से चौकरा रामपुर जाने वाली सड़क लंबे समय से जर्जर अवस्था में है. इस मार्ग से रोजाना आवाजाही करने वाले ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. सड़क पर जगह-जगह गड्ढे बन चुके हैं, वहीं थाना के पीछे स्थित पुल भी अब जर्जर हो चुका है. इस पुल पर किसी भी समय हादसा हो जाने की आशंका बनी हुई है.
जानकारी के अनुसार, उक्त सड़क के निर्माण के लिए योजना स्वीकृत हो चुकी है. टेंडर भी निकल चुका है, फिर भी अब तक कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है. इससे स्थानीय लोगों में विभाग के प्रति रोष व्याप्त है. ग्रामीणों का कहना है कि जब योजना का बोर्ड लग चुका है, तो कार्य भी शीघ्र शुरू होना चाहिए था.योजना बोर्ड के अनुसार, जेडीके पथ से चौकरा रामपुर तक लगभग 1.350 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कार्य होना है, जिसकी प्राक्कलित राशि 61 लाख रुपये निर्धारित है. लेकिन बोर्ड पर न तो कार्य प्रारंभ होने की तारीख लिखी गई हैऔर न ही कार्य समाप्ति की. ऐसे में लोगों के मन में यह संशय बना हुआ है कि आखिर यह सड़क बनेगी कब और उन्हें बेहतर सड़क पर चलने का अवसर कब मिलेगा.
ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों से मांग की है कि योजनाओं की निगरानी कर शीघ्र निर्माण कार्य शुरू कराया जाए, ताकि जनता को राहत मिल सके और क्षेत्र का विकास कार्य गति पकड़ सके.बोले अधिकारी
मामले को लेकर ग्रामीण कार्य विभाग के कनीय अभियंता प्रमोद कुमार विद्यार्थी ने कहा कि वर्क एग्रीमेंट के कारण कार्य रुका हुआ है. जल्द ही प्रकिया पूरी कर कार्य प्रारंभ किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

