कोई भी प्रत्याशी खुलकर नहीं मान रहे हैं अपनी जीत पक्की, दिलासा देने में लगे कार्यकर्ता
लखीसराय. जिले के दोनों विधानसभा क्षेत्रों में छह नवंबर को मतदान संपन्न होने के बाद अब राजनीतिक माहौल पूरी तरह गर्म है. जिले के दोनों विधानसभा लखीसराय व सूर्यगढ़ा में कौन प्रत्याशी चुनाव जीत रहा है, कह पाना मुश्किल है. हालांकि सभी प्रत्याशी अपने-अपने जीत के दावे तो कर रहे हैं, लेकिन चेहरे के हाव-भाव बता रहा है कि मामला कहीं न कहीं फंसा हुआ है. दोनों सीट पर महागठबंधन के प्रत्याशी लखीसराय में कांग्रेस तो सूर्यगढ़ा से राजद राज्य सरकार के प्रति लोगों में नाराजगी रहने का हवाला देते हुए अपनी ओर समीकरण होने की बात कह जीत का दावा कर रहे हैं. लखीसराय व सूर्यगढ़ा विधानसभा में क्रमश: डिप्टी सीएम भाजपा के टिकट पर मैदान तो जदयू जिलाध्यक्ष रामानंद सूर्यगढ़ा विधानसभा के एनडीए के प्रत्याशी हैं. लखीसराय विधानसभा में बीजेपी व कांग्रेस के समर्थकों में उत्साह और परिणाम को लेकर जोश साफ झलक रहा है. लखीसराय विधानसभा में मतदान से पहले बीजेपी ने बड़े-बड़े चेहरों को मैदान में उतारकर वोटरों को साधने की पूरी कोशिश की. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान व रालोमो प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा जैसी हस्तियों ने यहां जनसभा की. इसके अलावा दो प्रमुख चेहरों केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री सह सांसद ललन सिंह ने उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के पक्ष में रोड शो और जनसंपर्क के जरिये माहौल बनाते दिखे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी जनसभा कर मतदाताओं को साधने में कोई कसर नहीं छोड़ी. दूसरी ओर कांग्रेस ने भी पूरी ताकत झोंक दी. प्रियंका गांधी को लाकर कांग्रेस ने प्रचार अभियान को नयी ऊर्जा दी. कांग्रेस प्रत्याशी अमरेश कुमार अनीश ने लगातार हर गली, मुहल्ले और गांव में जाकर जनसंपर्क किया. उन्होंने बड़हिया से लेकर लखीसराय तक भव्य रोड शो निकालते हुए ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों के मतदाताओं को अपने पक्ष में आकर्षित करने की पूरी कोशिश की. वहीं हलसी प्रखंड में लगातार वे अपने समर्थकों से मिलते रहे. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि कई प्रत्याशियों को अपनी ही पार्टी कार्यकर्ताओं का पर्याप्त समर्थन नहीं मिला, जिसके चलते बीजेपी व कांग्रेस की सीधी टक्कर के बीच वे हाशिये पर सिमटते नजर आये. सूर्यगढ़ा विधानसभा क्षेत्र में मुकाबला पूरी तरह त्रिकोणीय बना हुआ है. जदयू के रामानंद मंडल व राजद के प्रेम सागर चौधरी की लड़ाई को निर्दलीय प्रत्याशी रविशंकर सिंह उर्फ अशोक सिंह त्रिकोणात्मक बना दिया है और तीनों के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है, और यह तय कर पाना फिलहाल मुश्किल है. कि मुख्य मुकाबला किन दो प्रत्याशियों के बीच होगा. राजनीतिक समीक्षकों के अनुसार, भूमिहार समाज का वोट जदयू प्रत्याशी रामानंद मंडल और निर्दलीय रविशंकर अशोक के बीच बंट सकता है. वहीं चानन प्रखंड में यादव मतदाताओं का समर्थन भी इस बार दो हिस्सों में बंटता नजर आ रहा है, जिससे सूर्यगढ़ा की लड़ाई और दिलचस्प हो गयी है. बांकी परिणाम 14 नवंबर को आने के बाद ही स्पष्ट होंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

