लखीसराय. सदर प्रखंड के बालगुदर गांव स्थित संग्रहालय में मंगलवार को स्थानीय केएसएस कॉलेज प्रशासन ने एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया. आज के भारत में युवा शक्ति नई चुनौतियां और संभावनाएं विषय पर आयोजित संगोष्ठी विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर इतिहास विभाग, मुंगेर विश्वविद्यालय, मुंगेर और भारतीय इतिहास एवं साहित्य अध्ययन केंद्र, कोलकाता के संयुक्त तत्वाधान किया. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मुंगेर विश्वविद्यालय कुलपति प्रो.संजय कुमार एवं मुख्य वक्ता के रूप में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग के सेवानिवृत्त प्रो आनंद कुमार, विशिष्ट अतिथि के रूप में देवघर के लेखक और विचारक प्रसन्न चौधरी शामिल हुए. अध्यक्षता रविंद्र भारतीय विश्वविद्यालय कोलकाता के इतिहास विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो हितेंद्र पटेल ने किया. कुलपति ने युवाओं को लेकर सरकारी नीति की जरूरत पर बल दिया और कहा कि समाज को युवा शक्ति की ऊर्जा के सदुपयोग के लिए प्रयास करना होगा. युवाओं के रोजगार के अवसर पर विशेष रूप से सरकार को काम करने की बात की. कहा कि देश में चार करोड़ विद्यार्थी और पचास हजार कॉलेज हैं. शिक्षा में निवेश से देश का भविष्य संवरेगा. प्रसन्न चौधरी ने हम भारत के लोग, सांस्कृतिक बहुलता और इंटरनेट के प्रयोग के कारण युवा समाज में आए बदलावों का बात किया. प्रो पटेल ने युवाओं में अतीत के प्रति आग्रह की कमी और भविष्य के प्रति कम सचेत होने का आग्रह किया. हमें दस्तावेजीकरण, सामाजिक और क्षेत्रीय मॉन्यूमेंट्स के प्रति युवाओं को सचेत रहने के बाद ऐतिहासिक विश्लेषण पर आने की जरूरत है. हम पिछले सौ सालों के इतिहास पर विशेष जोर दें और हो सके तो नये प्रकार के इतिहास लेखन की ओर प्रवृत्त करें. कई असुविधाजनक सचों को हम नहीं कहते हैं. जबकि जरूरत है सामग्रीक सच को कहने की. डीएम मिथिलेश मिश्र ने कार्यानंद शर्मा स्मृति कॉलेज के उन्नयन के लिए कुलपति से सहयोग का अपेक्षा को प्रकट किया. छात्र-छात्राओं ने भी आयोजन में भागीदारी किया. प्रश्नोत्तर काल में प्रश्न पूछा. प्रभारी प्रिंसिपल प्रो गिरीश चंद्र पांडेय ने स्वागत भाषण, प्रो बृजेंद्र कुमार बृजेश ने धन्यवाद ज्ञापन और डॉ बबली कुमारी ने मंच संचालन किया.
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