शुभ करण त्रिवेणी फाउंडेशन के द्वारा अशोक धाम मंदिर परिसर में आयोजित किया जा रहा कार्यक्रम
तीन से 11 जनवरी तक हो रामकथा का आयोजन
कार्यक्रम को लेकर की जा रही व्यापक तैयारी
लखीसराय. जिले के प्रसिद्ध अशोक धाम मंदिर में प्रसिद्ध में सत्य, प्रेम, करुणा के उद्गाता संत मोरारी बापू का पहली बार आगमन होने जा रहा है. उनके द्वारा आगामी तीन जनवरी से नौ दिवसीय रामकथा कार्यक्रम किया जायेगा. शुभकरण त्रिवेणी फाउंडेशन कोलकाता एवं श्री इंद्रदमनेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ तीन जनवरी शनिवार अपराह्न चार बजे से किया जायेगा. पहले दिन शनिवार को चार बजे से संध्या सात बजे तक कथा का आयोजन होगा. वहीं उसके अगले दिन से 11 जनवरी तक सुबह दस बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक लोग मोरारी बापू जी के कथा का श्रवण कर सकेंगे. इसके लिए आयोजन समिति की ओर से पूरे जोर-शोर से तैयारी की जा रही है. इसी को लेकर शुक्रवार को अशोक धाम मंदिर परिसर स्थित संस्कारशाला में आयोजन समिति की ओर से एक प्रेस वार्ता कर उपरोक्त जानकारी दी गयी. इस दौरान आयोजन समिति सह अशोक धाम ट्रस्ट के सदस्य राजेंद्र सिंघानिया ने बताया कि काफी लंबे समय के प्रयास के बाद मोरारी बापू का कार्यक्रम मिला है. कार्यक्रम को लेकर पूरा अशोक धाम ट्रस्ट लगा हुआ है. सबों के सहयोग से यह कार्यक्रम पूर्ण रूप से सफल होगा, ऐसी उम्मीद की जा रही है. उन्होंने बताया कि मोरारी बापू के कार्यक्रम में उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए 40 हजार स्क्वायर फीट का पंडाल बनाया गया है. जिससे लोगों को किसी तरह की तकलीफ नहीं हो. उन्होंने कहा कि लखीसराय बाजार से अशोक धाम तक आने के लिए पास निर्गत किया जायेगा. जिससे कथा सुनने के लिए आने वालों को सुविधा होगी. बस कहां से संचालित होगी इसकी जानकारी बाद में दी जायेगी. वहीं ट्रस्ट के सदस्य डॉ प्रवीण कुमार सिन्हा ने बताया कि कहा कि जिले में पहली बार मोरारी बापू का आगमन हो रहा है. जिसे लेकर ट्रस्ट की ओर से भी पूरी तैयारी की जा रही है. उन्होंने लोगों से रामकथा में पहुंचकर मोरारी बापू के कथा का श्रवण करने का आह्वान किया. वहीं मोरारी बापू के सानिध्य में रहने वाले अखिलेश खेमका एवं आयोजन समिति शुभ करण त्रिवेणी फाउंडेशन के अभिषेक कनोडिया ने बताया कि रामकथा को लेकर मोरारी बापू का आगमन दो जनवरी को हो जायेगा. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मोरारी बापू लखीसराय आगमन पर अशोक धाम के अलावा श्रृंगी ऋषि धाम के दर्शन के लिए जायेंगे. वहीं उनलोगों ने बताया कि रामकथा में आने वालों को किसी तरह की असुविधा नहीं हो इसका पूरा ख्याल रखा जायेगा. उन्होंने बताया कि बापू के कुल कथाक्रम में यह 970वीं कथा होगी. उन्होंने बताया कि 81 वर्षीय मोरारी बापू गुजरात के एक छोटे से गांव तलगाजरडा के निवासी हैं और गृहस्थी साधु हैं. उन्हें अपने दादा त्रिभुवनदास जी से रामकथा का ज्ञान और गान मिला. वे 14 वर्ष की आयु से अपने कथा का गान आरंभ किया था. बिहार की भूमि पर उन्होंने अब तक 14 कथाएं गायी हैं. लखीसराय जिला में बिहार की भूमि पर उनकी 15वीं कथा होगी. उन्होंने बताया कि कथा के सभी श्रोताओं के लिए निशुल्क प्रसाद की भी व्यवस्था होगी और इस कथा का सीधा प्रसारण भी होगा.———————————————————————————————————————-
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