लखीसराय/चानन/ कजरा.
नक्सली नेता अरविंद यादव उर्फ नक्सली प्रवक्ता अविनाश का दो दशक तक लखीसराय जिला के विभिन्न क्षेत्रों में खौफ कायम रहा. कजरा, चानन, पीरीबाजार थाना क्षेत्रों में एक से बढ़ कर एक नक्सली घटना को अरविंद यादव के नेतृत्व में ही अंजाम दिया गया. जिसमें बंशीपुर स्टेशन को जलाना, भलुई हाल्ट को आग के हवाले करना और कई रेल कर्मी को बंधक बनाकर रखना, गोपालपुर गांव के पास कई बार रेलवे ट्रैक को उड़ाने के अलावा सड़क पर माइंस लगा कर पुलिस को निशाना बनाने का प्रयास किया गया. जंगलों में भी पुलिस को ट्रैप करने की कोशिश की गयी. इन सब में बड़ी घटना को अंजाम कजरा थाना क्षेत्र से अरविंद यादव सुर्खियों में तब आया जब वह 29 अगस्त 2010 को लखीसराय के कवैया थाने के तत्कालीन थानाध्यक्ष भूलन यादव की हत्या कजरा के जंगल में हुए मुठभेड़ में नक्सलियों ने कर दी थी. जबकि बीएमपी के जवान लुकस टेटे को अगवा कर और सात पुलिस जवानों की हत्या कर शवों को कजरा के जंगलों में फेंक दिया था. इसके अलावे भी कई मामले कजरा थाने दर्ज हैं. जिसमें मुख्य आरोपी अरविंद यादव है. जबकि चानन थाना क्षेत्र के कुंदर हॉल्ट पर धनबाद-पटना इंटर सिटी में एक एसआइ सहित तीन लोगों की हत्या कर हथियार लूटने के अलावा गोबरदाहा कोड़ासी में संजय कोड़ा एवं बासकुंड कोड़ासी में बीरबल कोड़ा की हत्या, कछुआ में उप मुखिया वीरेंद्र कोड़ा की हत्या, मननपुर गांव मदन यादव एवं छोटू साव की हत्या सहित कई घटनाओं को अंजाम दिया गया. जनप्रतिनिधियों से लेवी लेना, संवेदक से लेवी लेना इसके अलावा ग्रामीणों से लेवी लेना पहाड़ों में चलने वाली ट्रैक्टर मालिक से लेवी लेना बालू माफिया से लेवी लेना सहित कई घटना को अंजाम दिया गया. अरविंद यादव पर जिले के चानन, कजरा व पीरीबाजार थाना में कुल 35 मामले दर्ज हैं. जिसमें चानन में 13, पीरीबाजार थाना में 14 व कजरा थाना में आठ मामले दर्ज होने की बात कही जा रही है. वहीं अरविंद यादव की मौत के बाद क्षेत्र में नक्सलियों का मनोबल भी टूटने तथा क्षेत्र के शांति की ओर बढ़ने की बात कही जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है