लखीसराय. जिले में विगत दिसंबर 2021 को एएसपी अभियान पद पर सीपीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट मोतीलाल द्वारा योगदान दिया गया था. तीन वर्ष दो महीने तक जिले में कार्य करने के बाद विगत दिनों उनका स्थानांतरण सीआरपीएफ मुख्यालय दिल्ली हो गया. जिसके बाद गुरुवार की देर शाम जिला मुख्यालय स्थित खेल भवन परिसर में डीएम मिथिलेश मिश्र एवं एसपी अजय कुमार के नेतृत्व में उन्हें भव्य विदाई दी गयी. मौके पर डीएम श्री मिश्र ने कहा कि सर्विस में स्थानांतरण एक प्रक्रिया है. जिसे लेकर पदाधिकारियों को एक जगह से दूसरे जगह आना-जाना पड़ता है. इस बीच पदाधिकारी अपने कार्यों से अपनी पहचान बनाकर क्षेत्र के लोगों के बीच यादगार बन जाते हैं. यही कार्य एएसपी अभियान मोती लाल ने किया. उनके सराहनीय कार्यों की बदौलत ही जिला में नक्सल गतिविधियों पर काफी हद तक लगाम लग सका. वहीं एसपी अजय कुमार ने भी मोती लाल के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि इनकी कमी उन लोगों को हमेशा खलेगी, लेकिन स्थानांतरण की प्रक्रिया के तहत यह जहां भी रहें स्वस्थ व प्रसन्नचित रहें. इस दौरान डीडीसी सुमित कुमार, एसडीएम चंदन कुमार सहित जिले के तमाम पदाधिकारी उपस्थित रहे. यहां बता दें कि विगत तीन वर्षों में एएसपी मोती लाल ने तीन एसपी व तीन डीएम के साथ काम करते हुए जिले के नक्सल गतिविधियों पर काफी हद तक लगाम लगाने का काम किया. जिससे नक्सल प्रभावित क्षेत्र में भी आज विकास की लकीरें खींची जा रही है. दिसंबर 2021 में जिला में योगदान दिये जाने के बाद मोती लाल के कुशल नेतृत्व में अनेक सफल नक्सल ऑपरेशन संचालित हुए. जिसमें 50 से अधिक नक्सलियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजने का काम किया. वहीं उनके कार्यकाल में दो फरवरी 2022 को पीरीबाजार थाना क्षेत्र के घोघी कोड़ासी में हुए मुठभेड़ में हार्डकोर नक्सली जगदीश कोड़ा एवं वीरेंद्र कोड़ा को मार गिराया गया था. वहीं इंसास राइफल के साथ नक्सली श्री कोड़ा को भी गिरफ्तार करने में सफलता मिली थी. इतना ही नहीं नक्सली क्षेत्र का आतंक कहे जाने वाले अर्जुन कोड़ा भी मुठभेड़ में गोली लगने से घायल हुआ था. बाद में क्षेत्र का इनामी नक्सली बालेश्वर कोड़ा, अर्जुन कोड़ा व नागेश्वर कोड़ा ने पुलिस दबिश में आकर जमुई में पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया था.
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