लखीसराय : जमुई-लखीसराय बालू बंदोबस्ती फिर किसी संवेदक के द्वारा टेंडर नहीं गिराने के कारण स्थगित हो गयी. हालांकि छह संवेदक ने बालू बंदोबस्ती के लिए प्रपत्र खरीदा था. शनिवार को मुंगेर आयुक्त कार्यालय में बीओक्यू डालना था लेकिन किसी भी संवेदक के द्वारा टेंडर नहीं डाला गया. जिसके फलस्वरूप टेंडर नहीं हो पाया. बताते चलें कि पांच माह से लखीसराय जमुई बालू घाटों का बंदोबस्ती नहीं होने से मजदूरों में भुखमरी छायी हैं.
यहां के ट्रक, ट्रैक्टर एवं छड़ सीमेंठ का व्यवसाय करने वालों की आर्थिक स्थिति चरमरा गयी हैं. वहीं बालू माफिया संगठन बना कर बालू घाटों की सरकारीदर को कम करने के लिए उस तरह का वातावरण तैयार किया जा रहा हैं. सरकार द्वारा सोलह करोड़ कम कर शेष समयावधि के लिए टेंडर निकाला गया. लेकिन संवेदकों की मिली भगत के कारण आपस में बैठ कर एक मत से टेंडर नहीं गिराने का निर्णय लिया गया.
ज्ञात हो कि इस बालू घाट का टेंडर पूर्व में लगभग 48 करोड़ में किया गया था जो प्रत्येक वर्ष दस प्रतिशत बढ़ोतरी कर दिये जाने का प्रावधान था लेकिन संवेदक के द्वारा बालू घाट में बालू की कमी का बहाना बना कर पैसा जमा नहीं किया गया. जिसके फलस्वरूप विगत चार माह से बालू घाट बंद पड़ा हैं. बालू घाट से हो रहे सरकारी राजस्व का नुकसान को देख कर सरकार के द्वारा 16 करोड़ की कमी कर बालू घाट का पुन: टेंडर निकाला गया. जिसमें संवेदक के द्वारा रूचि दिखाते हुए छह प्रपत्र की खरीदा गया लेकिन सूखें के अनुसार सभी संवेदक आपस में मिल कर पुन: टेंडर नहीं गिराने का फैसला लिया गया.