लखीसराय : चिकित्सक के हड़ताल पर जाने के कारण मरीजो को बिना इलाज का ही लौटना पड़ा, खासकर वृद्ध व बच्चे को कड़ी धूप में अस्पताल में पहुंचने के बाद इलाज नही हुआ. कछियाना के सुगिया देवी ने बताया कि उन्हें चलने, उठने एवं बैठने में काफी तकलीफ होता है, लेकिन 10 नबंर में बैठे नर्स ने इलाज के लिए कल बुलाया गया है.
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चिकित्सक की हड़ताल से मरीज रहे हलकान
लखीसराय : चिकित्सक के हड़ताल पर जाने के कारण मरीजो को बिना इलाज का ही लौटना पड़ा, खासकर वृद्ध व बच्चे को कड़ी धूप में अस्पताल में पहुंचने के बाद इलाज नही हुआ. कछियाना के सुगिया देवी ने बताया कि उन्हें चलने, उठने एवं बैठने में काफी तकलीफ होता है, लेकिन 10 नबंर में बैठे […]
वहीं अभयपुर पीरीबाजार के रामअवतार राम ने बताया कि उनके रीढ़ की हड्डी में तकलीफ होने के कारण सोने बैठने में काफी कठिनाई होती है. सूर्यगढ़ा अस्पताल जाने पर सदर अस्पताल में इलाज कराने के लिए कहा गया है.
यहां पर मुफ्त में एक्स-रे एवं मुफ्त में दवा देने का भी बात कही गयी, लेकिन यहां पर पता किया तो मंगलवार को आने की बात कही जा रही है. दूर-दराज से पहुंचे मरीज को काफी परेशानी उठानी पड़ी. कुछ मरीज एवं उनके परिजन धूप में लौटने की हिम्मत नहीं जुटा रहे थे. दूर देहात से आये मरीज ठंड वाली जगह खोजकर धूप ढ़लने तक फर्श एवं कुर्सी पर आराम करते नजर आये.
चिकित्सक के हड़ताल एवं कबीर जयंती की छुट्टी के कारण चिकित्सक के साथ अस्पताल कर्मी भी रहे गायब: चिकित्सक के हड़ताल एवं कबीर जयंती होने कारण लगभग सभी विभाग के गेट पर ताला लटका रहा. महिला दांत, आंख के वार्ड के गेट पर ताला लटकता नजर आया. वहीं दवाखाना भी बंद रहा. कबीर जयंती को लेकर छुट्टी रहने के कारण भी अस्पताल कर्मी भी गायब रहे. विभिन्न विभाग में इक्का-दुक्का ही कर्मचारी कार्य करते दिखाई दे रहे थे.
इमरजेंसी, एसएनसीयू एवं एक्स-रे रहा खुला : सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में चिकित्सकों के द्वारा जख्मी एवं अन्य अपातकालीन मरीज का इलाज कराया गया. गर्मी के कारण बेहोशी की हालत एवं धातृ महिला के अलावा अन्य अपातकालीन मरीज को देखकर उसे स्लाइन भी किया गया. वहीं बंद दवाखाना को खोलकर मरीज को दवा भी उपलब्ध कराया गया. जरूरतमंद मरीजों को एक्स-रे भी कराया गया.
रजिस्टेशन काउंटर एवं ओपीडी में छाया रहा सन्नटा : चिकित्सक के हड़ताल के कारण रजिस्टेशन काउंटर सुबह से ही बंद रहा है. रजिस्टेशन काउंटर पर शुरुआत की दौड़ में कुछ लोग खड़ा दिखाई दिये, लेकिन हड़ताल की बात मालूम चलने पर सभी हट गये. ओपीडी रूम खुला रहा, लेकिन वहां एक भी चिकित्सक दिखाई नहीं दे रहे थे.
वार्ड में पूर्व से भर्ती मरीज का एएनएम द्वारा किया गया इलाज : सदर अस्पताल के विभिन्न वार्डो में पूर्व से भर्ती मरीजों को अस्पताल के एएनएम के द्वारा अलाज किया गया. वहीं जरूरत के मुताबिक दवाखाना खोलकर दवा भी ले जया गया.
अस्पताल उपाधीक्षक इमरजेंसी एवं एसएनसीयू का करते रहे निरीक्षण : अस्पताल उपाधीक्षक रामेश्वर प्रसाद महतो द्वारा इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण करते रहे. इलाज के लिए पहुंचे मरीजों से पूछताछ भी करते रहे. इसके साथ ही इमरजेंसी वार्ड के चिकित्सक एवं नर्स को आवश्यकता के अनुसार दिशा निर्देश भी दिया गया. उन्होंने बताया कि हड़ताल के कारण अपातकालीन मरीज प्रभावित नहीं हो रहे है, सभी का इलाज कराया जा रहा है.
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