ठाकुरगंज. बिहार पुलिस में सिपाही पद पर चयनित हुई छह महिलाओं के स्वागत समारोह का आयोजन राजवंशी आरक्षण संघर्ष समिति के द्वारा किया गया. इस कार्यक्रम में पूर्व विधायक गोपाल अग्रवाल भी मौजूद थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता बरचोंदी मुखिया प्रतिनिधि वीरेंद्र प्रसाद सिंह के द्वारा किया गया. इस दौरान पूर्व विधायक गोपाल कुमार अग्रवाल ने चयनित अभ्यार्थियों रेणुका कुमारी पिता धज वीर सिंह, कजला धनतोला, अंजना कुमारी पिता ब्रिज कुमार सिंह कजला, धनतोला, रक्षा कुमारी पिता देवचंद सिंह, सिंहीमांरी, मंदिर टोला दिघलबैंक, हीरा कुमारी पिता मुकर्रम सिंह सखवा डाली, राखी कुमारी पिता मनोज कुमार सिंह बैरागी झाड़ सुखवा डाली पंचायत, राधिका कुमारी पिता रजनी सिंह छीलाबाड़ी, बैरागी झाड़ सखुआडाली पंचायत को सम्मानित किया और कहा कि सीमांचल में सबसे पिछड़ा समाज राजवंशी समाज ही रहा है. इसके बावजूद भी इसे बिहार में जनरल कैटेगरी में रखा गया था. वर्ष 2009 से राजवंशी समाज के आरक्षण के लिए बरचोनदी पंचायत मुखिया प्रतिनिधि वीरेंद्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में लड़ाई लड़ते हुए कई बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर इस समाज और राजवंशी समाज की व्यथा को सुनाई गई, तब जाकर बड़ी मुश्किल से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 2014 में राजवंशी समाज को आरक्षण मिल पाया और आज स्थिति यह है कि इस आरक्षण के सहारे सीमावर्ती क्षेत्र के कई विद्यार्थियों को शिक्षक रेलवे, बिहार पुलिस आदि भागों में सेवा करने का मौका मिल रहा है. आज बीते 10 वर्षों में इस क्षेत्र के लगभग 400 बच्चों को आरक्षण के आधार पर नौकरी मिली है.
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